भोपाल। सबसे अच्छी खबर यह है कि मध्य प्रदेश के 12 जिले कोरोनावायरस से मुक्ति की ओर लगातार बढ़ रहे हैं। एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। दूसरा समाचार यह है कि खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या घटकर 21 रह गई है। पिछले 24 घंटे में 72756 लोगों में से 5065 लोग पॉजिटिव पाए गए। मध्य प्रदेश के औसत संक्रमण की दर 6.9% रह गई है। खुशी की खबर है कि 10337 लोग आज स्वस्थ हो गए लेकिन 24 घंटे में 88 मृत्यु ना केवल दुख देती है बल्कि सरकार की चिकित्सा व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रही है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 21
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा, सागर, खरगोन, बैतूल, धार, शिवपुरी, सतना, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, सीधी, अनूपपुर, सिंगरौली और दमोह ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 12000, भोपाल 11000, ग्वालियर 6000 और जबलपुर 3000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 12 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, कटनी, आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोकनगर, निवाड़ी, खंडवा, हरदा, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, छतरपुर और झाबुआ मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 19 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर – 1075
– सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि 1 जून 2021 से अनलॉक मध्य प्रदेश की शुरुआत होगी। सबसे पहले उज्जैन कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।
– पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट को पद से हटाने की मांग की है। सिलावट के ड्राइवर पर इंजेक्शन की कालाबाजारी का आरोप है।
– जिला चिकित्सा अधिकारी के ड्राइवर ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि इंजेक्शन का काम मंत्री तुलसी सिलावट के बंगले से चल रहा था।
-प्रदेश के 52 में से 43 जिलों में 100 से कम केस मिले है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व जबलपुर के अलावा 5 जिलों में 200 से ज्यादा केस आए हैं।
– मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कोविड-19 जन कल्याण योजना के नियम एवं शर्तें श्रम विभाग द्वारा घोषित कर दिए गए हैं। इस योजना के तहत ₹5000 मासिक पेंशन का प्रावधान है।
– मध्यप्रदेश में अब तक कोरोनावायरस से लड़कर जीते 537 लोग ब्लैक फंगस का शिकार हो चुके हैं।