अजब गजब के साथ सजग मध्यप्रदेश के गजब मामले के बारे में हम बताने जा रहे हैं। अब तक बच्चे-बच्चियों को अगवा कर रुपये मांगते सुना था। मगर अब महंगी नस्ल के कुत्तों का अपहरण होने लगा। बदमाश बाकायदा रुपये भी मांग रहे हैं। पिछते दो महीने में तीन कुत्तों का वसूली के लिए अपहरण हो चुका है।पीपुल्स फार एनिमल ने श्वान प्रेमियों को अलर्ट रहने की हिदायत दी है।
एक गिरोह सक्रिय हुआ
पीपुल्स फार एनिमल की अध्यक्ष प्रियांशु जैन के मुताबिक शहर में इस एक गिरोह सक्रिय हुआ है जो उन कुत्तों पर नजर रखता है जिनके मालिक घूमने के लिए खुला छोड़ देते हैं।
महंगी नस्ल के कुत्तों को आरोपित उठा कर न सिर्फ ले जाते हैंं, बल्कि रुपये भी मांगे जाते हैं। कुत्तों से लगाव होने के कारण लोग आसानी से फिरौती देने पर राजी हो जाते हैं।
संगठन को दिसंबर में स्वस्तिक नगर से शिकायत मिली थी। कालोनी में रहने वाले कुशाल शर्मा ने बताया कि उसके लेब्राडोर नस्ल के कुत्ते को एक युवती और युवक उठा कर ले गए। कुत्ते की करीब 10 हजार रुपये कीमत है।
कुशाल शर्मा ने पुलिस और संगठन की मदद ली तो पांच दिन बाद उसे कुत्ता मिल गया, लेकिन उससे रुपये वसूलने की कोशिश हुई।
इसके बाद कैलाश पार्क कालोनी निवासी एक महिला का फू़डल नस्ल का कुत्ता चोरी हुआ। महिला ने भी कुत्ते को कालोनी में खुला छोड़ दिया था। महिला द्वारा पुलिस को शिकायत की गई थी ।
ताजा मामला बाणगंगा थाना क्षेत्र का है ।परदेशीपुरा क्षेत्र निवासी हर्षवर्धन अग्रवाल द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई।अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि उसका बिजल नस्ल का कुत्ता था जिसे एक युवक और युवती उठा कर ले गए।अग्रवाल को कुत्ते का बहुत लगाव था।
महंगे कुत्तों को खुला न छोड़े मालिक
प्रियांशू जैन के मुताबिक कुत्ते वसूली का जरिया बन रहे है।पालतू पशुओं से लोगों को लगाव हो जाता है इसलिए कुछ लोग कीमत देकर भी अपना पशु लेने पर राजी हो जाते है। पालतू कुत्तों को खुला न छोड़े। बाहर घुमाना भी हो तो गले में पट्टा रखें या साथ ही चलें।