मुरैना। ड्यूटी से आए फौजी पिता को घर छोड़कर बाजार सामान लेने गए छात्र का अपहरण हो गया। पिता का कहना है कि उनके पास 10 लाख की फिरौती का फोन आया है। इसके बाद पुलिस पार्टियां बीहड़ से लेकर हाइवे तक पर छात्र की तलाश में कूद गई हैं। घटना दिमनी थाना अंतर्गत सिरमोर का पुरा गांव की है। यह एक संयोग है कि छोटे भाई के अपहरण की खबर फेसबुक पर देख 4 साल पहले लापता बड़े बेटे ने घर पर फोन कर अपने सकुशल होने की जानकारी दी।
सिरमोर का पुरा निवासी अनिरुद्ध सिंह तोमर बीएसएफ में पदस्थ हैं। शनिवार की सुबह छु्ट्टी पर गांव आए, तो रानपुरा तिराहे से 12वीं में पढ़ रहा 17 वर्षीय बेटा प्रिंस तोमर उन्हें लेने आया। पिता को घर छोड़कर सामान लेने के लिए बाइक से अंबाह चला गया। शाम तक लौटकर नहीं आया तो स्वजन नाते-रिश्तेदारों के यहां फोन लगाकर तलाश करते रहे। रविवार सुबह गांव से एक किलोमीटर बाहर मणिसिद्ध मंदिर के पास प्रिंस की बाइक सड़क किनारे गड्ढे में खड़ी मिली। बाइक पर इंडक्शन चूल्हे से लेकर अन्य सामान भी रखा मिला, जिसे लेने के लिए प्रिंस अंबाह गया था।
उधर 4 साल पहले लापता हुआ बड़ा बेटा मिल गया
फौजी अनिरुद्ध तोमर को बेटे के अपहरण के सदमे के बीच रविवार को वह खुशखबरी भी मिली, जिससे उनकी 4 साल की बेचैनी खत्म हो गई। अनिरुद्ध के दो बेटे हैं, बड़ा बेटा रानू तोमर 2016 में ट्रेन से लापता हो गया था। रविवार को अनिरुद्ध तोमर के पास एक फोन आया जो 2016 में लापता रानू तोमर का था। रानू ने खुद के पूना में सकुशल रहने की जानकारी दी। रानू ने बताया कि उसे फेसबुक पर पता लगा कि प्रिंस का अपहरण हो गया है, यह देख उससे रहा नहीं गया और पिता का नंबर तलाश कर उन्हें फोन लगा दिया।