बड़वानी-धार। नर्मदा बचाओ आंदोलन नेत्री मेधा पाटकर सहित अन्य अनशनकारियों से सोमवार सुबह से धार कलेक्टर श्रीमन शुक्ला ने कई बार अनशन समाप्ति का अनुरोध किया। बात बनते न देख शाम तक स्थितियां बदलीं। धार सहित बड़वानी जिले में पुलिस और प्रशासन ने तगड़ी तैयारी की।
शाम करीब 5.30 बजे बड़ी संख्या में पुलिस बल चिखल्दा अनशन स्थल पहुंचा। करीब 2 घंटे की आमने-सामने की मशक्कत के बाद मेधा पाटकर सहित 6 अनशनकारियों को उठाया गया। इसके बाद पुलिस टीम को गांव से बाहर निकलने के लिए भी डूब प्रभावितों के विरोध का सामना करना पड़ा। खींचतान में 3-4 लोगों को हल्की चोटें आई हैं।
रविवार देर रात मेधा पाटकर सहित अन्य के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद प्रशासन की चिंता बढ़ गई थी। इसके चलते रविवार देर रात तक और सोमवार सुबह से कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी अनशन स्थल पहुंचे। कलेक्टर श्रीमन शुक्ला ने शासन की ओर से अनशन खत्म कर उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर समस्याओं का निराकरण करने की पेशकश की।
मोबाइल पर 16 मिनट में 42 बार कलेक्टर ने अनशन छोड़ने का किया अनुरोध
बाद में मेधा पाटकर ने कलेक्टर से मोबाइल पर करीब 16 मिनट चर्चा की। इस दौरान कलेक्टर ने 42 बार उनसे अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया। हालांकि पाटकर ने दोहराया कि अनशन जारी रहते हुए भी संवाद किया जा सकता है। बस, फिर चंद घंटों में प्रशासन ने मेधा पाटकर सहित अन्य को उठाने की रणनीति बनाई। खासी मशक्कत के बाद पुलिस 6 अनशनकारियों को उठा कर ले गई।
नहीं किया बल प्रयोग
धार कलेक्टर श्रीमन शुक्ला ने बताया कि मेधा पाटकर सहित अन्य का स्वास्थ्य खराब हो रहा था। उनकी सुरक्षा को देखते हुए बगैर बल प्रयोग किए अनशकारियों को उठाया गया है। इनमें से मेधा पाटकर को बॉम्बे हॉस्पिटल इंदौर भेजा गया है। वहीं अन्य को धार हॉस्पिटल भेजा गया है। किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
राखी बंधाई और बहनों के स्वास्थ्य पर चिंता जताई
सोमवार सुबह धार कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी धरना स्थल पहुंचे। वहां अनशनरत बहनों ने अधिकारियों को राखी बांधी।