शहडोल जिले में 9वीं व 10वीं तक 3 छात्राएं अर्द्धवार्षिक परीक्षा देने के लिए स्कूल गई थीं। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खमरौध की छात्राएं अपने स्कूल एग्जाम देने के लिए गईं थी। तीनों स्कूल में बिल्कुल ठीक थीं। स्कूल से निकलने के बाद वे घर के लिए निकलीं। इसी बीच तीनों एक-साथ जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। यह स्थिति देख राहगीर घबरा गए। उन्होंने तुरंत बच्चियों के परिजनों को इसकी सूचना दी। बच्चियों के परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने तीनों को हालत को देखकर इसे भूत-प्रेत का साया बताया।
परिजनों ने तांत्रिक को बुलाया। उसने 1 घंटे तक झाड़ फूंक की, लेकिन कोई आराम नहीं मिला। उसके बाद तीनों छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया। यहां इलाज के बाद राहत मिली।
डॉक्टरों ने उनकी जांच कर दवाई दी। डॉक्टरों के इलाज के बाद तीनों को कुछ समय बाद फायदा पहुंचा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ सचिन कारखुर ने बच्चियों में आयरन, हीमोग्लोबिन की कमी और बीपी व शुगर का सही संतुलन भी तीनों में नहीं मिला है। बच्चियों ने बताया था कि उन्हें पेट में दर्द, उल्टी आने व सर्दी होने की बात बताई। उसके बाद हमने चेकअप किया तो किसी का बीपी और किसी का शुगर कम मिला