यमुनानगर। पेट की आंत के ऑपरेशन के दो दिन बाद एक महिला की गुरुवार दोपहर मौत हो गई। अंतिम संस्कार के बाद शुक्रवार को जब परिजन उसकी अस्थियां उठाने गए श्मशान घाट तो उन्हें चिता की राख देखकर चौंक गए। दरअसल उन्हें उस राख में ऑपरेशन के दौरान उपयोग होने वाली कैंची मिली।
इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। परिजन का आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान कैंची को मरीज के पेट में ही छोड़ दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार पेपर मिल कालोनी निवासी सुरेंद्र सिह ने बताया कि उसकी पत्नी निर्मला (52) के पेट में कई दिनों से दर्द हो रहा था। वे उसे उपचार के लिए जगाधरी के एक निजी अस्पताल में ले गए। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि निर्मला के पेट की आंत बंद है। इसके अलावा कुछ जगह छेद भी हैं। ऑपरेशन करना पड़ेगा।
डॉक्टर की सलाह पर उसने गत शनिवार को निर्मला को उस अस्पताल में भर्ती करवा दिया। मंगलवार को ऑपरेशन के बाद निर्मला को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि ऑपरेशन ठीक हुआ है। अब उन्हें पेट की समस्या नहीं रहेगी।
सुरेंद्र के अनुसार ऑपरेशन के बाद भी निर्मला की हालत में सुधार नहीं हुआ, बल्कि उसके पेट का दर्द पहले से भी ज्यादा बढ़ गया था। डॉक्टर बेहोशी के इंजेक्शन देकर उनकी आंखों में धूल झोंकता रहा। गुरुवार दोपहर को अचानक निर्मला की मौत हो गई। शाम को उन्होंने यमुना गली स्थित श्मशान घाट में उसका अंतिम संस्कार कर दिया।