आज 1 अप्रैल से नए वित्त वर्ष की शुरुआत हो रही है। नए माह में घर का बजट बिगड़ सकता है। ग्लोबल मार्केट में गैस की कीमत में तेजी से वृद्धि हो रही है। वहीं नेचुरल गैस की कीमत में भी नए वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़ोतरी संभव है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार 1 अप्रैल से नेचुरल गैस की कीमत दोगुना हो सकती है। इससे भारत में महंगाई बढ़ेगी। वह सीएनजी और एलएनजी गैस महंगी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार प्राकृतिक गैस की कीमत ओल्ड ऑयल फील्ड के लिए बढ़कर 6.1 डॉलर प्रति मिलियन मिट्रीक ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर सकती है। फिलहाल यह 2.90 प्रति मिलियन मिट्रिक है।
अगर प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि होती है। तब रसोई गैस की कीमत बढ़ जाएगी। वहीं पावर और फर्टिलाइजर सेक्टर में भी नेचुरल गैस का उपयोग होता है। गैस की कीमत में बढ़ोतरी से यहां भी असर दिखाई देगा। बता दें अगर प्राकृतिक गैस के दाम पर 1 डॉलर की बढ़ोतरी होती है, तो सीएनजी के दाम 4.5 रुपए प्रति किलो तक बढ़ जाते हैं। इस प्रकार सीएनजी के दामों में 15 रुपए प्रति किलो तक वृद्धि हो सकती है।
अगर कच्चे तेल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल का उछाल आता है। तब महंगाई में 20-25 बेसिस प्वाइंट्स की तेजी आती है। इससे करेंट खाता डेफिसिट में 0.30% का उछाल आता है। वहीं भारत के ग्रोथ रेट पर 15% बेसिस प्वाइंट्स का असर होता है