आतंक को जवाब, भोले के भक्तों ने तोड़ा पिछले साल का रिकार्ड
पिछले एक दशक में जम्मू-कश्मीर में हालत बिगड़ने का सीधा असर श्री अमरनाथ यात्रा पर पड़ा है। साल साल पहले यह यात्रा अपने पीक पर थी और 2011 में 6.35 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवलिंग के दर्शन किए थे लेकिन आज छह साल बाद हम 2011 आंकड़े के पचास प्रतिशत श्रद्धालुओं तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस साल कुल 2.30 लाख श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है और यह 2011 के कुल श्रद्धालुओं का करीब 36 फीसदी बैठता है यानि छह साल में यात्रा एक तिहाई रह गई है। पिछले साल भी यह आंकड़ा 2.20 श्रद्धालु था यानि 2011 की यात्रा से भी एक तिहाई से भी कम श्रद्धालुओं ने यात्रा की। ऐसा नहीं है कि इससे पहले इतनी कम संख्या में श्रद्धालु पवित्र गुफा में गए हों 2002 में महज 1.10 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए थे लेकिन 2004 के बाद यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा था। 2004 में 3.82 लाख श्रद्धालु पवित्र गुफा में दर्शन करने गए थे। 2004 से 2015 तक एक बार ही ऐसा मौका आया जब यात्रा तीन लाख से कम थी 2007 में 2.96 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए थे।