आयुध निर्माणी कटनी होगी यंत्र इंडिया लिमिटेड की इकाई, 7 नई रक्षा कंपनियां राष्ट्र को समर्पित
आयुध निर्माणी कटनी होगी यन्त्र इंडिया लिमिटेड की इकाई
कटनी I दशहरा का पावन अवसर शक्ति और सामर्थ्य की आराधना का दिन है। 7 नई रक्षा कंपनियां देश के सैन्य सामर्थ्य, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सशक्त बनाने और रक्षा सुधार की दिशा में बहुत बड़ा कदम है। आयुध निर्माणियों के प्रतिभाशाली कर्मचारी अपनी विशेषज्ञता से नए टेक्नोलॉजी के साथ नव अनुसंधान और विकास को अपनाकर एक ग्लोबल डिफेंस पावर बनने के सपने को साकार करेंगे।
उक्त उदगार नई दिल्ली स्थित डीआरडीओ भवन में विजया दशमी के शुभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा रक्षा क्षेत्र की 7 नई सार्वजनिक इकाइयों को लांच करते हुए राष्ट्र को समर्पित करने के दौरान अपने संबोधन में व्यक्त किए। इस दौरान माननीय रक्षा मंत्री और माननीय रक्षा राज्य मंत्री की उपस्थिति रही।
इस मौके पर शहर के रक्षा संस्थान आयुध निर्माणी में आयोजित शुभारंभ समारोह में शामिल हुए अधिकारियों व कर्मचारियों हेतु प्रधानमंत्री के संबोधन तथा लांचिंग कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के लिए डिजिटल स्क्रीन प्रोजेक्टर की व्यवस्था की गई। नए डीपीएसयू यन्त्र इंडिया लिमिटेड के सीएमडी और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के निर्देशन में पूरा कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इससे पहले निर्माणी महाप्रबंधक व ओआईसी श्री सी एल रावत के मुख्य आतिथ्य में दशहरे की परंपरा अनुसार रक्षा उत्पादों की आयुध पूजन विधि संपन्न हुई।
यन्त्र इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत कार्य करेगी OFK
पीआरओ एवं उप महाप्रबंधक/प्रशासन OFK कटनी अजय कुमार ने बताया कि आयुध निर्माणी कटनी अस्तित्व में आए सात अलग-अलग नए आयुध निगमों (डी पी एस यू) में से एक यन्त्र इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत कार्य करेगी जिसमे 8 आयुध निर्माणियां होंगी। जिसका कारपोरेट मुख्यालय, अंबाझरी, नागपुर, महाराष्ट्र में होगा। सात डी पी एस यू क्रमशः म्युनिशन्स इंडिया लिमिटेड, एडवांस वेपन एन्ड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, यन्त्र इंडिया लिमिटेड, आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड, इंडिया आप्टेल लिमिटेड, ट्रूप कंफर्ट्स इंडिया लिमिटेड, ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड हैं।
विदित हो कि आत्म निर्भर भारत के अंतर्गत आयुध निर्माणियों में दक्षता, कार्यात्मक स्वायत्तता, नए विकास को बढ़ावा देने के साथ ही निर्यात के अवसरों का लाभ उपलब्ध कराने के मद्देनजर 01 अक्टूबर 2021 से आयुध निर्माणी बोर्ड के अधीन 41 आयुध निर्माणियों का प्रचालन, नियंत्रण और प्रबन्धन सरकारी स्वामित्व वाले सात नए डी पी एस यू को स्थानांतरित कर दिया गया है।