भोपाल। कुछ निजी अस्पताल संचालकों की लूट चरम पर है। शहर केचिरायु अस्पताल का एक नया कारनामा सामने आया है। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के उपचार के लिए आयुष्मान कार्ड का लाभ देने के लिए अनिवार्य किया गया है। इसके बावजूद राजधानी के चिरायु मेडिकल कॉलेज में कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों का आयुष्मान कार्ड स्वीकार्य नहीं किया जा रहा है।
अस्पताल में 19 अप्रैल को अपनी मां रूकमणी बलवानी का इलाज कराने के लिए योगेश बलवानी ने उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती करवाया था। लंबा इलाज चलने के कारण योगेश के पास जो जमा पूंजी थी वह खत्म हो गई। इस पर उसने अस्पताल के मैनेजर गौरव बजाज से आयुष्मान कार्ड स्वीकार्य करने की बात कही।
इस पर मैनेजर गौरव बजाज ने उन्हें यह कहकर बाहर कर दिया कि यहां आयुष्मान कार्ड स्वीकार्य नहीं किए जाते हैं। इस पर जब कारण पूछा गया तो योगेश ने कहा कि मैं तुम्हे जवाब नहीं दूंगा। जिसे जवाब देना है उसे दूंगा। सरकार को जवाब दूंगा। इतना कहकर उसने गार्ड को बाहर निकालने के लिए कह दिया और वीडियो बंद करने के लिए भी कहा।
यह वीडियो शुक्रवार रात 9 बजे का है। जिसे 63 वर्षीय रूकमणी बलवानी के बेटे ने बनाया था। रविवार को रूकमणी बलवानी की मौत कोरोना के इलाज के दौरान हो गई। तब दोनों वीडियो वायरल हुए। इस बारे में चिरायु अस्पताल प्रबंधन का पक्ष नहीं मिल सका है।