कहा इन्साफ चाहिए, नहीं दे सकते तो मरने की इजाजत दे दो।
प्रयागराज (अनुराग दर्शन समाचार)। योगी सरकार लाख दावा कर ले भूमाफियाओं पर कार्यवाही करने में सफल रही लेकिन हकीकत कुछ और ही है। प्रदेश सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी भूमाफिया मोसलीम प्यारे उस्मानी, मो0 वकील द्वारा इन्दिरा भवन व्यवसायिक केन्द्र के भूतल, अपर समेट में रिक्त पैसेज कारिडोर, ओपेन एरिया व निरस्त दुकान पर पीडीए की सांटगांठ से अवैध कब्जा किए हुए है। दबंगों द्वारा मा० उच्च न्यायालय में अण्टरटेकिंग देने के बाद भी कब्जा जमाये हुए है । पीडीए उपाध्यक्ष को चुनौती देते हुए
अवैध रूप से पीडीए की दीवार तोड़कर निर्माण कार्य व कब्जा कर रहे है। पीडीए मूक दर्शक बना हुआ है। भूमाफियाओं द्वारा किए गये अवैध कब्जे का निरीक्षण करने पीडीए जोनल अधिकारी शिवानी सिंह के सामने जेडीएस नेता पर जानलेवा हमला कर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न किया गया। भूमाफियाओं पर कार्यवाही न होने से झुब्ध होकर जेडीएस जिलाध्यक्ष मो0 इरशाद ने गुरूवार को राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए सिविल लाइन धरना स्थल पर जोरदार धरना प्रदर्शन कर एसीएम-2 को राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। जनता दल (सेक्युलर) के जिलाध्यक्ष मो0 इरशाद ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन में इच्छा मृत्यु की मांग कर ज्ञापन को सौंपते हुए कहा कि इन्दिरा भवन के भूतल अपर बेसमेण्ट के
करोडों रूपये कीमत वाली अवैध कब्जे को जनहित में लड़ाई लड़ रहे हैं। अवैध कब्जा को हटाने
की माग को लेकर पीडीए सहित मा० उच्च न्यायालय तक गुहार लगाई। मा० उच्च न्यायालय के
आदेश के बाद भी कोई कार्यवाही न होने पर पीडीए प्रशासन व अवैध कब्जेधारकों के उत्पीडन
से आहत होकर राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की। यदि पीडीए इन्दिरा भवन के अवैध कब्जेधारकों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही नहीं कर सकता तो हमें इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दी जाए। भूमाफियाओं के उत्पीड़न से अब लड़ने की शक्ति और जीनेकी इच्छा समाप्त होती जा रही है।जेडीएस कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर सिविल लाइन धरना स्थल पर जोरदार प्रदर्शन किया साथ ही जिलाध्यक्ष ने कहा कि इच्छा मृत्यु की मांग पूरी न होने पर मुख्यमंत्री
आवास के समक्ष आत्मदाह की भी चेतावनी दी।धरना स्थल पर प्रमुख रूप से मो० इरशाद, फैज, सहाब, एजाज, विनोद, एड्वोकेट कमररजा, मुकेश, जाफरी. राजू, अभिषेक. संतोष आदि लोग थे।