इस कारण से मध्य प्रदेश के करीब 50 हजार शिक्षकों को नहीं मिलेगा समूह बीमा योजना का लाभ

 तीन साल पहले अध्यापक संवर्ग का राज्य शिक्षा सेवा कैडर में संविलियन किया गया, लेकिन अब तक करीब 50 हजार शिक्षकों के एम्प्लॉय कोड जारी नहीं किए गए। इसमें करीब 30 हजार का तो अब तक संविलियन ही नहीं नहीं हो पाया।

भोपाल । तीन साल पहले अध्यापक संवर्ग का राज्य शिक्षा सेवा कैडर में संविलियन किया गया, लेकिन अब तक करीब 50 हजार शिक्षकों के एम्प्लॉय कोड जारी नहीं किए गए। इसमें करीब 30 हजार का तो अब तक संविलियन ही नहीं नहीं हो पाया।

अब ऐसे में वे शासकीय सुविधाओं से वंचित हैं। एक जुलाई 2018 में अध्यापक संवर्ग का राज्य शिक्षा सेवा कैडर में संविलियन किया गया। इसमें दो लाख 37 हजार अध्यापकों में से अब तक करीब 50 हजार शिक्षकों को एम्पलॉय कोड अब तक स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी नहीं किया।

इससे शिक्षकों को समय पर वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है। साथ ही उन्हें कोरोना काल में समूह बीमा योजना का लाभ भी नहीं मिलेगा, क्योंकि बीमा के लिए उनके वेतन से राशि नहीं काटी जा रही है। कोरोना के कारण प्रदेश के करीब 350 शिक्षकों की कोरोना से मौत हुई। इनमें से करीब 100 शिक्षकों के समूह बीमा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। अध्यापक संगठनों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि शिक्षकों का एम्प्लॉय कोड जल्द जारी किया जाए और संविलियन की प्रक्रिया पूरी की जाए।

राज्य शिक्षा सेवा कैडर में शामिल प्रदेश के करीब 100 शिक्षकों की कोरोना से मौत हुई है। ऐसे में उनके आश्रितों को ना तो अनुग्रह राशि मिलेगी और ना ही अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिलेगा।

शासकीय सुविधाओं से वंचित

प्रदेश के अध्यापक संवर्ग के करीब 50 हजार को शासकीय सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा। उन्हें सातवें वेतनमान, समूह बीमा, यात्रा बीमा, गृह भा.डा भत्ता, ग्रेच्युटी, मेडिकल भत्ता के लाभ से वंचित हो गए है

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