सतना। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को नसीहत दे डाली है। अल्प प्रवास पर सतना के ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचे अजय सिंह राहुल ने कमल नाथ पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सरकार गिरने पर विंध्य नहीं बल्कि सरकार बचाए रखने की खुद की जिम्मेदारी बताई। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कमल नाथ को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए। ऐसे शब्द नहीं बोलें जिससे भाजपा को राजनीति करने का मुद्दा मिल जाए। उन्हें बयान देते समय संयम रखने की जरूरत है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विंध्य को भी जिम्मेदार ठहराया था: ज्ञात हो कि बीते सप्ताह मैहर प्रवास पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने प्रदेश में सरकार गिरने के पीछे विंध्य को भी जिम्मेदार ठहराया था और इसके साथ ही उन्होंने कोरोना संकट पर बयान देते हुए भारत को बदनाम देश कह डाला था। जिसके बाद पूरे प्रदेश में उनके बयान की जमकर किरकिरी हुई थी और भाजपा नेताओं द्वारा इसका विरोध भी किया गया था। अजय सिंह राहुल गुरुवार को सतना प्रवास के बाद तुरंत भोपाल के लिए रवाना हो गए लेकिन इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के भीतर एक बार फिर कलह की राजनीति को हवा दे दी है। अपने ही प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता के बारे में नसीहत देते हुए मीडिया से चर्चा के बाद कई तरह से कयास लगाए जाने लगे हैं। विंध्य में अजय सिंह राहुल का व्यक्तित्व एक दबदबे नेता के रूप में जाना जाता है। लेकिन गुटबाजी और आपसी कलह बार-बार सामने आने से पार्टी की जमकर बदनामी भी होती है।
कमल नाथ और अजय खेमा विंध्य में बंटा: विंध्य क्षेत्र में अजय सिंह राहुल और कमल नाथ खेमा भी दो धड़ों में बंटा हुआ है। धरने प्रदर्शन से लेकर चुनावी कार्यक्रमों में भी आपसी खींचतान साफ नजर आती है। तीन माह पूर्व जहां सतना शहर में अजय सिंह राहुल ने महंगाई के विरोध में बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया था जिसमें करीब 25 हजार लोगों की भीड़ जुटी थी जबकि इस बड़े प्रदर्शन में शहर के ही इकलौते कांग्रेस विधायक नहीं पहुंचे थे। उन्हें कहीं न कहीं कमल नाथ गुट का करार दिया जाता है जिसके कारण अजय सिंह राहुल, दिग्विजय सिंह के कार्यक्रमों में जिले की कांग्रेस दो धुरों में बंटी नजर आती है।