कोलंबो। विराट कोहली के शतक (110 नाबाद) और भुवनेश्वर कुमार की करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी (5 विकेट) से भारत ने रविवार को श्रीलंका के खिलाफ पांचवें वनडे में इतिहास रच दिया। भारत ने पांचवें वनडे में श्रीलंका को 6 विकेट से रौंद डाला। इसी के साथ टेस्ट सीरीज में श्रीलंका का 3-0 से सफाया करने के बाद भारत ने पांच मैचों की वनडे सीरीज पर 5-0 से कब्जा जमाया। भारत ने पहली बार श्रीलंका को श्रीलंका में वनडे सीरीज में 5-0 से हराया। वैसे वह पिछली बार अपने घर में श्रीलंका को इसी अंतर से हरा चुका है। श्रीलंका का अपने घर में पहली बार किसी सीरीज में 5-0 से सफाया हुुआ है।
लाहिरू थिरिमाने और एंजेलो मैथ्यूज के अर्द्धशतकों के बावजूद श्रीलंका की पारी 49.4 अोवरों में 238 पर सिमट गई। भुवनेश्वर कुमार ने 5 विकेट झटके। इसके बाद भारत ने 46. अोवरों में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।
शिखर धवन के स्वदेश लौटने के चलते अजिंक्य रहाणे को इस सीरीज में पहली बार मौका मिला, लेकिन वे इसका लाभ नहीं उठा पाए और 6 रन बनाकर मलिंगा की गेंद पर मुनावीरा को कैच थमा बैठे। अभी भारत इस सदमे से उबरा भी नहीं था कि फॉर्म में चल रहे रोहित शर्मा पैवेलियन लौट गए। रोहित (16) विश्वा फर्नांडो की गेंद को शॉर्ट फाइन लेग के उपर से निकालने के चक्कर में मुनावीरा द्वारा लपके गए। इसके बाद विराट ने मनीष पांडे के साथ पारी को संभाला। विराट ने अपनी 45वीं फिफ्टी पूरी की। मनीष पांडे 36 रन बनाकर पुष्पकुमारा के शिकार बने। उन्होंने विराट के साथ 99 रनों की भागीदारी की। विराट ने इसके बाद केदार जाधव (63) के साथ टीम को जीत के करीब पहुंचाया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 109 रन जोड़े। जब टीम को जीत के लिए 2 रन चाहिए थे तब जाधव को हसरंगा ने चलता किया। विराट 116 गेंदों में 9 चौकों की मदद से 110 रन बनाकर तथा धोनी 1 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले श्रीलंका ने रविवार को भारत के खिलाफ पांचवें और अंतिम वनडे में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। श्रीलंका की शुरुआत खराब रही जब डिकवेला ने भुवी की धीमी गेंद पर उन्हें रिटर्न कैच थमा दिया, वे मात्र 2 रन बनाकर आउट हुए। अभी श्रीलंका इस झटके से उबरा भी नहीं था कि भुवी ने एक बार फिर धीमी गेंद डाली और मुनावीरा उसे समझ नहीं पाए, उन्होंने शॉट खेला और विराट कोहली ने मिडऑफ पर पीछे की तरफ भागते हुए कैच लपका। थरंगा आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन वे 9 चौकों की मदद से 48 रन बनाने के बाद बुमराह की उठती हुई गेंद पर विकेटकीपर धोनी को कैच थमा बैठे।
63 रनों पर 3 विकेट के बाद दो अनुभवी बल्लेबाजों थिरिमाने और मैथ्यूज ने पारी को संभाला और चौथे विकेट के लिए शतकीय भागीदारी (122 रन) की। इस दौरान थिरिमाने ने फिफ्टी पूरी की। यह इस सीरीज में श्रीलंका की तरफ से पहली शतकीय भागीदारी है। भुवी ने थिरिमाने को बोल्ड कर इस भागीदारी को तोड़ा। थिरिमाने 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 67 रन बनाकर आउट हुए। श्रीलंका को इसके तुरंत बाद एक और झटका लगा जब कुलदीप यादव की गेंद को एंजेलो मैथ्यूज हवा में खेल बैठे और विकेटकीपर धोनी ने पीछे दौड़कर कैच लपका। मैथ्यूज ने 55 रन बनाए।
इसके बाद हसरंगा (9) धोनी की चतुराई के चलते रन आउट हुए तो चहल की गेंद पर अकिला धनंजय को स्टम्पिंग कर धोनी ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। यह उनका वनडे में स्टम्पिंग के रूप में 100वां शिकार था और उन्होंने कुमार संगकारा को पीछे छोड़ा। पुष्पकुमारा को बुमराह ने चलता किया तो भुवी ने सिरिवर्दाना के रूप में अपना चौथा शिकार किया। भुवी ने मलिंगा को आउट कर पारी का पांचवां शिकार किया। भुवी ने 42 रनों पर 5 विकेट लिए। बुमराह ने 2 विकेट झटके।
भारत ने इस मैच के लिए टीम में चार बदलाव किए। शिखर धवन, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या और अक्षर पटेल की जगह अजिंक्य रहाणे, केदार जाधव, युजवेंद्र चहल और भुवनेश्वर कुमार को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। श्रीलंका ने एक बदलाव कर कुशल मेंडिस की जगह उपुल चंदाना को शामिल किया।