खतरे के चलते देशभर में 30 नवंबर तक लागू रहेगी सख्त कोरोना गाइडलाइंस

देशभर में 30 नवंबर तक लागू रहेगी कोरोना गाइडलाइंस

दशहरा, दिवाली और छठ के मौके पर ना सिर्फ बाजारों में रौनक बढ़ी है, बल्कि ट्रेनों-बसों में भीड़ बढ़ गई है। लोगों की बड़े पैमानी पर आवाजाही और शॉपिंग को देखते हुए मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने का फैसला किया है। इसी से मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश भर में कोविड गाइडलाइंस के अनुपालन को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि त्योहारों के मद्देनजर सभी राज्यों को सतर्कता बरतने और कोविड गाइडलाइन (Corona Guidelines) का सख्ती से पालन किया जाए। एक्सपर्ट पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही एक बार फिर बड़े खतरे को न्योता दे सकती है। आपको बता दें कि पिछले साल भी फेस्टिव सीजन में कोरोना केसों में जबरदस्त उछाल आया था, जिसके बाद मार्च में लॉकडाउन की नौबत आ गई थी।

गृह मंत्रालय ने जारी अपने आदेश में कहा कि कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है, लिहाजा स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि त्योहारों के वक्त भीड़ ताजा गाइडलाइन के मुताबिक ही हो।
सरकार ने कंटेनमेंट जोन पर खासतौर पर ध्यान रखने को कहा है। साथ ही टेस्टिंग- ट्रैकिंग-ट्रीटमेंट जैसे कदमों को पुख्ता तरीके से अमल लाने को कहा है।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को सलाह दी है कि वे जमीनी स्तर पर कोविद -19 गाइडलाइंस को लोगों से पालन करने की अपील करें और मास्क पहनने, हाथ की स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करने के उपाय करें।

अभी क्या है कोरोना की स्थिति?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 16,156 नए मामले सामने आये हैं, जबकि संक्रमण से 733 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,56,386 हो चुकी है। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,42,31,809 हो गई है।

वहीं, एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 1,60,989 हो गई है, जो पिछले 243 दिन में सबसे कम है और कुल मामलों का 0.47 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। देश में लगातार 34 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 30 हजार से कम हैं और 123 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.20 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है।

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