उतर प्रदेश के सीमाई क्षेत्र से सटे बक्सर जिले के चौसा में गंगा से शवों की बरामदगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नदी में अबतक 83 शवों के एक साथ मिलने के बाद सनसनी फैलती जा रही है। पुलिसिया कार्रवाई भी शुरू करते हुए इस मामले में अस्वाभाविक मौत की एक एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं यूपी की सीमा पर महाजाल लगा दिया गया है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक 8 से 10 लाशों को महाजाल के जरिए निकाला गया है।
एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में अस्वाभाविक मौत की प्राथमिकी मुफस्सिल थाने में दर्ज कर कर जांच शुरू कर दी गई है। एसपी ने कहा कि बक्सर जिले के सभी पुलिस थानों को यह आदेश दे दिया गया है कि शवों की बरामदगी मामले में सभी कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाए। गंगा से अज्ञात शव बरामद किए जाने के बाद भी उसका पोस्टमार्टम कराना होगा। वहीं मोटर वोट से पेट्र्रोंलग करनी है। वहीं जिला प्रशासन का भी पूरा प्रशासनिक अमला अलर्ट है।
गंगा के घाटों पर पुलिस का पहरा
इसके तहत चौसा व चरित्रवन स्थित श्मशान घाटों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को तैनात कर पहरा बिठाया गया है। वहीं मोटर बोट से गश्ती के माध्यम से भी नजर रखी जा रही है। यही नहीं शव बरामदगी के बाद हुई किरकिरी को रोकने के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है। गंगा में महाजाल भी लगाए गए हैं। महाजाल के माध्यम से पिछले चौबीस घंटे में बहकर आने वाले पांच शवों को निकाला जा चुका है। बुधवार को दस शव महाजाल से निकाले गए। इससे पहले मंगलवार को दो शव निकाले गए थे।