नई दिल्लीः डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहमी के बार में रोजाना हो नए खुसालों के बीच एक नई-नई जानकारी और सामने अा रही हैं। गुरमीत राम रहीम के हिसाब से बेशक बलात्कार कोई जुर्म न हो लेकिन होमोसेक्युएलिटी उसके लिए किसी बहुत बड़ा अपराध था। वो होमोसेक्सुअल लोगों से काफी नफरत करता था और इसका कट्टर विरोधी था। इसके चलते जो भी लोग डेरा प्रेमी बनना चाहता था। उससे एक फॉर्म भरवाकर इसकी पुष्टि करता था कि वो अनुयायी बनने के बाद समलैंगिक नहीं होंगे।
डेरे में बने आलीशान बंगले की गुफा में राम रहीम हर रोज उसकी सेवा के नाम पर नई नई लड़कियों के साथ अपनी हवस की आग बुझाताया करता था। एेसी मानसिकता के बावजूद गुरमीत राम रहीम को होमोसेक्सुअल लोग बिल्कुल पसंद नहीं थे। वह अपने डेरे में काम करने वाले हर एक सेवक से समलैंगिक न बनने की शपथ भी दिलवाता था।
यदि कोई व्यक्ति राम रहीम का अनुयायी बनना चाहता था और वह डेरे का सदस्य बनने की प्रक्रिया को पूरा करता था तो उससे यह खास फॉर्म भी अलग से भरवाया जाता था, जिसमें उस नए अनुयायी को फॉर्म भरकर कभी भी समलैंगिक न होने की प्रतिज्ञा लेनी पड़ती थी।
बता दे, 25 अगस्त को साध्वियों से रेप के मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट के द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद से राम रहीम रोहतक की जेल में बंद है। 28 अगस्त को उसे 20 साल की सजा सुनाई गई थी।
डेरे में बने आलीशान बंगले की गुफा में राम रहीम हर रोज उसकी सेवा के नाम पर नई नई लड़कियों के साथ अपनी हवस की आग बुझाताया करता था। एेसी मानसिकता के बावजूद गुरमीत राम रहीम को होमोसेक्सुअल लोग बिल्कुल पसंद नहीं थे। वह अपने डेरे में काम करने वाले हर एक सेवक से समलैंगिक न बनने की शपथ भी दिलवाता था।
यदि कोई व्यक्ति राम रहीम का अनुयायी बनना चाहता था और वह डेरे का सदस्य बनने की प्रक्रिया को पूरा करता था तो उससे यह खास फॉर्म भी अलग से भरवाया जाता था, जिसमें उस नए अनुयायी को फॉर्म भरकर कभी भी समलैंगिक न होने की प्रतिज्ञा लेनी पड़ती थी।
बता दे, 25 अगस्त को साध्वियों से रेप के मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट के द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद से राम रहीम रोहतक की जेल में बंद है। 28 अगस्त को उसे 20 साल की सजा सुनाई गई थी।