झांसी में बोले PM मोदी- अब देश की सीमाएं और ज्यादा सुरक्षित होंगी

पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व में कहा कि आज झांसी की ये धरती आजादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन रही है.

झांसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) उत्तर प्रदेश के मबोहा और झांसी के दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व में कहा कि आज झांसी की ये धरती आजादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन रही है. आज इस धरती पर एक नया, सशक्त और सामर्थ्यशाली भारत आकार ले रहा है. अब सीमाएं और ज्यादा सुरक्षित होंगी. उन्होंने कहा कि इस धरती पर आकर मुझे एक विशेष कृतज्ञता की अनुभूति होती है, एक विशेष अपनापन लगता है. इसी कृतज्ञ भाव से मैं झांसी को नमन करता हूं, वीर वीरांगनाओं की धरती बुंदेलखंड को सिर झुकाकर प्रणाम करता हूं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज, गुरुनानक देव जी की जयंती, कार्तिक पूर्णिमा के साथ-साथ देव-दीपावली भी है. मैं गुरुनानक देव जी को नमन करते हुए सभी देशवासियों को इन पर्वों की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. आज मैं झांसी के एक और सपूत मेजर ध्यानचंद जी का स्मरण करना चाहूंगा, जिन्होंने भारत के खेल जगत को दुनिया में पहचान दी. अभी कुछ समय पहले ही हमारी सरकार ने देश के खेल रत्न अवॉर्ड को मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर रखने की घोषणा की है.

उन्होंने आगे कहा कि आज एक ओर हमारी सेनाओं की ताकत बढ़ रही है, साथ ही भविष्य में देश की रक्षा के लिए, सक्षम युवाओं के लिए जमीन भी तैयार हो रही है. ये 100 सैनिक स्कूल जिनकी शुरुआत होगी, वो आने वाले समय में देश का भविष्य ताकतवर हाथों में देने का काम करेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि 33 सैनिक स्कूलों में इस सत्र से गर्ल्स स्टूडेंट्स के एडमिशन शुरू भी हो गए हैं. सैनिक स्कूलों से रानी लक्ष्मीबाई जैसी बेटियां भी निकलेंगी जो देश की रक्षा-सुरक्षा, विकास की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठाएंगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि लंबे समय से भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियार खरीदार देशों में गिना जाता रहा है, लेकिन आज देश का मंत्र है- Make In India, Make for world. आज भारत अपनी सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहा है.

पीएम मोदी ने कहा- ये झांसी, रानी लक्ष्मीबाई की ये धरती बोल रही है-

मैं तीर्थ स्थली वीरों की

मैं क्रांतिकारियों की काशी

मैं हूँ झांसी, मैं हूँ झांसी,

मैं हूँ झांसी, मैं हूँ झांसी..

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