इटारसी। रविवार तड़के 5 बजे खिरकिया भिरंगी के बीच किमी 648 के पुल के पास एक मालगाड़ी के गार्ड नीरज सपकाले चलती गाड़ी से गिर गए। जब गाड़ी बिना गार्ड के भिरंगी पहुंची, तब सिग्नल एक्सचेंज नहीं होने के कारण स्टेशन मास्टर भिरंगी ने तुरंत मालगाड़ी को रोकने के संकेत दिए। तब तक ट्रेन पलासनेर, चारखेड़ा, हरदा स्टेशनों को क्रास कर गई और पगढाल स्टेशन पर जाकर रुकी। हादसे के करीब एक घंटा बाद ट्रैक पेट्रोलिंग स्टाफ ने झाड़ियों में गार्ड को घायल अवस्था मे देखकर तुरंत रेल कंट्रोल मुख्यालय को सूचित किया। पाइंट्समैन सुखलाल को गार्ड का मोबाइल भी मिला।
इसके बाद खिरकिया स्टेशन मास्टर ने 12137 डाउन पंजाब मेल के गार्ड केवलराम धुर्वे को एक मेमो देकर किमी 648 के आसपास गिरे गार्ड को उठाने का निर्देश दिया। खिरकिया से ट्रेन किमी 648 के आसपास 20 किमी की स्पीड से धीरे-धीरे चलते हुई गार्ड को ढूंढते हुई चल रही थी। तभी पेट्रोलिंग कर रहे ट्रैकमैन ने हाथ देकर घटनास्थल बताया। पंजाब मेल उससे थोड़ी आगे आ चुकी थी, क्योंकि ट्रेक के नजदीक की झाड़ियों में गिरे गार्ड को पंजाब मेल के गार्ड देख नहीं पाए। गिर चुके गार्ड को उठाने के लिए गाड़ी करीब 500 मीटर रोल बैक हुई। खून से लथपथ गार्ड को कुछ यात्रियों के सहयोग से उठाकर गार्ड के डिब्बे में लिटाया गया।
घायल गार्ड को तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता को देखकर हरदा में आरपीएफ सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र तिवारी स्ट्रेचर सहित स्टॉफ के साथ उपस्थित थे। तत्काल उन्हें हरदा शासकीय अस्पताल भेजा गया। यहां चिकित्सकों ने उन्हें हमीदिया भोपाल रेफर करने को कहा, लेकिन रेल यूनियन की मांग को देखते हुए एम्बुलेंस से जख्मी गार्ड को बाद में रेलवे के रेफरल अस्पताल लाया गया है।