कटनी। (आशुतोष शुक्ला) डिजिटलाइजेशन के लिए सरकार लाख दावे करे, पर यह डिजिटलाइजेशन कहीं-कहीं मुसीबत का सबब भी बनता दिख जाता है। खास बात यह है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को भी कोई सरोकार नहीं। ऐसा ही मामला आज नगर निगम कटनी की वेबसाइट को देखकर सामने आया, जिसे किसी पाकिस्तान के टेररिस्ट ग्रुप द्वारा हैक कर लिया गया है और इसकी खबर किसी को कानोंकान नहीं लगी। हजारों रूपये के भुगतान कर बनाई गई निगम की इस वेबसाइट में कई महत्वूपर्ण जानकारियां तो हैं ही, ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया भी है। ऐसा लगता है कि वेबसाइट बनाने वाली कंपनी ने साइट में कोई भी सिक्योरिटी सिस्टम नहीं रखा था, संभवतः यही कारण है कि वेबसाइट को हेक किया गया।
नगर निगम की अधिकृत वेबसाइट डब्लू डब्लू डब्लू डाट केएमसीकटनी डाट काम के नाम के डोमेन से चल रही है। इसे डेव्हलप करने वाली कंपनी का नाम सरकार साफटवेयर लिखा है। साफ है साइट को बनवाने में काफी रूपये खर्च किये गये होंगे। पर साइट को सही ढंग से संचालित करने के लिए इस पर कभी भी काम नहीं हो सका। जब देश आन लाइन के दौर में है तब कटनी नगर निगम में अभी तक किसी भी तरह का भुगतान आन लाइन नहीं किया जा सकता उस पर साइट की हैक हो जाए तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा। कटनी नगर निगम की अधिकृत वेबसाइट का होम पेज हैक किया गया है।
पता नहीं कब से है साइट हैक
आज सुबह जब एक जानकारी लेने के लिए यशभारत ने वेबसाइट खोलने की कोशिश की तो पता लगा कि यह हैक है । सवाल अब यह उठता है कि यह वेबसाइट पता नहीं कब से हैक की गई है। पर न तो नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों ने इसे देखा न ही उसके एक्सपर्ट ने। अब यह शंका भी उठनी स्वाभाविक है कि वेबसाइट हैक करके इस टेररिस्ट ग्रुप ने नगर निगम और कटनी की न मालुम कौन कौन सी महत्वूपर्ण जानकारियां एकत्रित कर लीं हैं।
महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंची आतंकियों के पास
कटनी रक्षा की दृष्टि से बेहद अहम है। यहां आयुध निर्माण तो हैं ही चार दिशाओं की ओर रेल मार्ग भी है। साथ कई बड़े औधोगिक घराने यहां मौजूद है कटनी नगर निगम की वेबसाइट हैक करने का सीधा सा मतलब है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कटनी कहीं न कहीं आंतकियों की नजर में है।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होता तो लग जाती नागरिकों को चपत
भला हो कि नगर निगम कटनी की इस वेबसाइट के द्वारा कोई ऑनलाईन ट्रांजेक् शन नहीं हे रहा वरना हैकर्स इस ट्रांजेक्शन को भी अपने एकाउंट में ट्रांसफर करने में देर नहीं करते। स्वभाविक है कि आम नागरिकों और नगर निगम को अब तक लाखों की चपत लग जाती।
टेररिस्ट ग्रुप ने डाले कश्मीर की आजादी के संदेश
जिस तथा कथित टेररिस्ट ग्र्रुप ने कटनी नगर निगम की वेबसाइट हेक की उसका नाम भटरईस बताया जा रहा है। साइट के होम पेज खुलते ही इसमें इस साइट में कश्मीर की आजादी तथा इस साइट को हेक करके क्राइम कर दावा किया गया है कि हम कश्मीरी लोग इसी तरह देश की सरकारी वेबसाइट को हेक करते रहेंगे जिसका उद्देश्य भारत सरकार को परेशान करना है। हैकर ने यह भी लिखा है कि वह इसी तरह साइट को हैक करते रहेंगे तथा उनका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता।
देश विरोधी संदेश डाले हैकर्स ने
गो इंडिया गो, हमें आजादी चाहिए।
मैं कश्मीरी हूं, यह मेरा अपराध
मैं एक मुसलमान हूं जो मुझे मार डालता है और मुझे कॉललेटल हादसे कहते हैं।
मुझे कैद मिलती है और इसे सुरक्षा कहलाती है
मेरे लोगों और कश्मीरी जनता को इसे न्यू मध्य ईस्ट कहते हैं।
मेरे संसाधनों को रोका जाये, मेरी जमीन पर हमला करें
मेरे नेतृत्व को बदलें और इसे डेमोक्रेसी कहते हैं
मुझे अपमानित होना चाहिए
मुझे परेशान होने के लायक हैं
मुझे मारने का हकदार होना चाहिए
सिर्फ इसलिए कि मैं एक कश्मीरी हूँ
मैं अपने अधिकारों की मांग करता हूं, यह मेरा अपराध है।
मैं अपनी गरिमा की मांग करता हूं, यह मेरा अपराध है
मैं जीवन की मांग करता हूं, यह मेरा अपराध है
मैं कश्मीरी हूं, यह मेरा अपराध है।
लेकिन मुझे इस अपराध को कम करने पर गर्व है
मैं जीना चाहता हूँ, लेकिन एक जीवित जीवन मृत व्यक्ति की जिंदगी नहीं, मैं इसे देने और जीवित रहने की बजाय स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर सकता हूं।
कश्मीर के लिए स्टैंड, फिलिस्तीन के लिए तैयार
कलेक्टर, कमिश्नर, महापौर किसी के भी फोन नहीं उठे
किसी टेररिस्ट ग्रुप द्वारा नगर निगम की अधिकृत वेबसाइट हैक कर ली गई हो और अधिकारियों को इस बात की जानकारी तक नहीं। गंभीर मसला होने के कारण इस बारे में नगर निगम कमिश्नर संजय जैन, महापौर शशांक श्रीवास्तव समेत कलेक्टर विशेष गढ़पाले को जानकारी देने के लिए कई दफे फोन किया गया लेकिन इन तीनों जिम्मेदारों के फोन नहीं उठे।