अब हर कोच से एक-एक टॉयलेट हटाकर वहां कैटरिंग से जुड़ा सामान रखा जाएगा। भारतीय रेल ने 13 जून को मिशन रेट्रो फिटमेंट शुरू किया है। इसके तहत पुराने डिजाइन के डब्बों को आधुनिक और सुरक्षित बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में एक-एक टॉयलेट भी हटाए जाएंगे।
यानी अब आरक्षित श्रेणी के कोच में 4 की जगह तीन टॉयलेट होंगे। पहले आरक्षित श्रेणी के कोच में दो टॉयलेट हुआ करते थे। 1970 के दशक में यात्री सेवा समिति के सुझाव पर 4 टॉयलेट बनाए गए थे।