इसके अलावा टीम को डेरे में लुप्तप्राय जानवरों को होने का भी शक है जिसके चलते वन विभाग की टीमों को भी बुलाया है। वहीं दूसरी तरफ डेरे में कुछ जगहों पर खुदाई का काम भी जारी है।
ऑपरेशन के चलते डेरे के बाहर भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं साथ ही कई इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया गया है। सर्च ऑपरेशन के लिए डेरे में पुलिस के पांच हजार जवानों के अलावा अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियां और सेना की चार टुकड़ियां शामिल हैं। यह टीम 10 हिस्सों में बंटकर 700 एकड़ में फैले डेरे की तलाशी ले रही है।
सुरक्षा के लिहाज से बम स्क्वॉड भी उनके साथ शामिल होगा। सुरक्षा के लिहाज से 41 पेरा मिलिट्री कंपनियों के अलावा 4 आर्मी कॉलम, 4 जिलों की पुलिस के अलावा 1 स्वाट और 1 डॉक स्क्वाड तैनात किया गया है।
अभियान के लिए डेरे को कई सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर के लिए अलग-अलग डयूटी मजिस्ट्रेट व सर्च टीम की तैनाती की गई है। एक टीम में 60 सदस्य हैं। प्रत्येक टीम के साथ एक जनप्रतिनिधि व बैंक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। सर्च अभियान की पूरी वीडियोग्राफी होगी। इसके लिए 60 वीडियोग्राफर बुलाए गए हैं।
सर्च ऑपरेशन के लिए नियुक्त कोर्ट कमिश्नर अनिल कुमार सिंह पंवार डेरे के जिस कोने की चाहें, तलाशी करा सकते हैं। डेरे के भीतर जमीन में और साथ लगते बेरी के बाग में अस्थियां दबी होने की खबरों की सत्यता जानने के लिए वह डेरे में खुदाई भी करा सकते हैं। इसके लिए पांच दर्जन टीमें तैयार की जा चुकी हैं। वहीं सर्च ऑपरेशन शुरू होने से ठीक पहले प्रबंधकों ने सफाई दी है।
खुदाई होने पर हड्डियां मिलने की आशंका के मद्देनजर डेरा प्रबंधकों ने कहा है कि अपनों के देहावसान के बाद डेरा प्रेमी खुद ही उनकी अस्थियां सेवादारों को देकर जाते थे। इन अस्थियों को नदियों में बहाया जाता तो प्रदूषण फैलता। डेरे के सेवादार विधि विधान से इन अस्थियों को जमीन में दबाते थे और उन पर पौधारोपण किया जाता था, ताकि डेरा प्रेमियों की यादें जुड़ी रहें और उनके परिवार का सदस्य किसी न किसी रूप में इस समाज में मौजूद रहे।
सीबीआइ कोर्ट द्वारा गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के करीब 15 दिन बाद सर्च अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक डेरे से संदिग्ध चीजें हटाने की आशंका पैदा हो चुकी है। आरोपों से बचने के लिए सरकार ने बाकी 137 डेरों की तरह मुख्यालय में भी सर्च अभियान चलाने के लिए हाई कोर्ट से इजाजत मांगी थी, जो मिल गई। इसके साथ ही कोर्ट ने सर्च अभियान की देखरेख के लिए पानीपत के सेवानिवृत्त सेशन जज अनिल कुमार सिंह पंवार कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया।
कोर्ट कमिश्नर को सरकार हरसंभव मदद करेगी
हरियाणा के एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन ने कहा कि जमीनों की खुदाई के अलग से कोई आदेश माननीय कोर्ट नहीं दिए हैं। कितनी टीम लगेंगी, सर्च ऑपरेशन का प्रारूप क्या होगा और यह कब शुरू होकर कब तक चलेगा, यह कोर्ट कमिश्नर तय करेंगे। सरकार और प्रशासन उन्हें हरसंभव मदद देगा। यदि कोर्ट कमिश्नर को लगेगा कि खुदाई की जरूरत है तो इसका फैसला वह अपने स्तर पर ले सकते हैं। कोर्ट की ओर से अलग से कोई आदेश इस संबंध में जारी नहीं हुए हैं।
सर्च ऑपरेशन से पहले हरियाणा में अलर्ट
सर्च ऑपरेशन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में मौजूद अर्धसैनिक बलों के साथ सभी संवेदनशील जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। गुरुवार शाम को डीजीपी बीएस संधू ने अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने सर्च आपरेशन शुरू करने से पहले प्रदेश में अलर्ट घोषित करने का निर्देश दिया।
मुख्य सेवादार जोरा सिह गिरफ्तार
पंजाब में डेरा सच्चा सौदा के मालवा में सबसे बड़े डेरे सलाबतपुरा के मुख्य सेवादार जोरा सिह को थाना फूल पुलिस ने गुरुवार शाम गिरफ्तार कर लिया। उसे शुक्रवार अदालत में पेश किया जाएगा। तीन दिन पहले दयालपुरा चौकी पुलिस ने रेड करके डेरे में जोरा सिह के कमरे से 315 बोर की मॉडिफाई की गई गन तथा 66 कारतूस बरामद किए थे।