कटनी। कोतवाली के नईबस्ती क्षेत्र से कथित मोबाइल कारोबारी सुमित भटिजा व उसके कर्मचारी का बुलेरो जीप से अपहरण की गई 10 लाख रूपए की लूट का मामला सुलझने की बजाय और उलझता जा रहा है। वारदात के बाद फरियादी ने पहले जिस अंदाज पर पूर्व में कटनी में पदस्थ रहे दो पुलिसकर्मियों पर ही वारदात को अंजाम देने का सनसनीखेज आरोप लगाया और बाद में आरोपित पुलिसकर्मियों के सामने अपने आरोप से मुकर गया। उससे कई नए सवालों ने जन्म ले लिया है। जिसके जबाब लूट के असली आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मिल सकते हैं। गौरतलब है कि 10 लाख रुपए के लूट की वारदात में उमरिया कोतवाली थाने में पदस्थ दो पुलिस कर्मियों पर शनिवार को लूट में शामिल होने आरोप लगाने के दूसरे ही दिन कथित मोबाइल कारोबारी अपनी बात से पलट गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रमोद सोनकर के साथ उमरिया कोतवाली पहुंचे मोबाइल कारोबारी सुमित भटिजा ने पुलिस कर्मी गणेश्वर सिंह और अंजनी मिश्रा को देखने के बाद कहा कि ये दोनों लूट में शामिल नहीं थे। इस बीच उमरिया थाना प्रभारी विपिन सिंह ने आरक्षकों की कॉल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज भी दिखाई। जिसमें वारदात की रात दोनों पुलिस कर्मी उमरिया थाने में दिख रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सोनकर ने पुलिस कर्मियों की शिनाख्त कराने और मोबाइल व्यवसायी द्वारा लूट में गणेश्वर सिंह व अंजनी मिश्रा के शामिल होने की बात से इंकार करने के बाद कहा कि पुलिस कर्मियों पर जो आरोप लगाए गए थे वो गलत है। मोबाइल व्यवसायी ने गलतफहमी में आरोप लगाया था लेकिन जब उसने पुलिस कर्मियों को देखा तो उसने साफतौर कहा कि ये दोनों पुलिस कर्मी लूट के दौरान नहीं थे। उल्लेखनीय है कि नईबस्ती निवासी मोबाइल कारोबारी सुमित भटिजा व उसके दुकान में काम करने वाले हनी सोनी नामक युवक को खाकी वर्दी पहने दो युवकों ने टीआई साहब के बुलाने की बात कहकर 31 अगस्त की रात लगभग साढ़े 8 बजे बोलेरो में बैठाया गया था। जिसके बाद व्यवसायी के पास रखे दस लाख रुपए लूट लिए गए थे। मोबाइल व्यवसायी सुमित भटिजा दुकान का सामान खरीदने दिल्ली जाने के लिए घर से निकला था। जिसके बाद लूट की वारदात हो गई। आरोपियों ने दोनों को निवार गांव में मारपीट कर छोड़ा था। पुलिस अज्ञात आरोपियों की तलाश कर रही है।
अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
दो पुलिसकर्मियों पर लूट का सनसनीखेज आरोप लगाने व उसके बाद अपने बयान से मोबाइल कारोबारी के पलटने के बाद अब लूट के इस मामले में पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। जहां से मोबाइल व्यवसायी व उसके दुकान में काम करने वाले युवक हनी सोनी को सफेद रंग की बोलेरो कार में बैठाया गया था वहां पर पहले रैकी की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में बोलेरो कार आने के पहले एक बाइक सवार युवक वहां पर पहुंचा था। जिसने अपने चेहरे को ढक रखा था। वहीं दो अन्य युवक भी वहीं पर बाइक से आए थे। जिसके बाद बोलेरो कार आकर वहां खड़ी हो जाती है। पुलिस की वर्दी पहने हुए एक युवक वहां पर उतरता है और बाइक सवार युवकों से बात करने लगता है। कुछ देर बाद बाइक सवार तीन युवक वहां से चले जाते हैं। इसी बीच सुमित भटिजा व उसका साथ हनी सोनी वहां से निकलता है। तभी उसे खाकी वर्दी पहने युवक रोकता है और उसे बोलेरो में बैठा लेता है। ये घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है। अब पुलिस उन युवको की भी तलाश कर रही है जो युवक बोलेरो के पहुंचने के पहले वहां पर आए थे।
छवि खराब करने पर हो सकती है कार्रवाई
ऊधर दो पुलिसकर्मियों पर सनसनीखेज आरोप लगाने व फिर बाद में अपने आरोपों से मुकर जाने के नाटकीय घटनाक्रम को भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। इस मामले को लेकर आज जबलपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद का भी कटनी आगमन हो रहा है। आईजी श्री प्रसाद कटनी में लूट के इस मामले में घटनास्थल का दौरा करने के साथ ही मोबाइल कारोबारी से पूछताछ कर सकते हैं। कथित मोबाइल कारोबारी सुमित भटिजा ने ऐसे आरोप क्यों और किसके कहने पर लगाए। इस बात की जांच भी आरोपियों को तलाश करने के साथ-साथ की जा रही है। समझा जाता है कि लूट के असल आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अपनी छवि खराब करने वाले इस बयान पर भी कार्रवाई कर सकती है।