नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे गुरुवार को अहमदाबाद में हाईस्पीड बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का टारगेट अब भी दिसंबर 2023 ही है, लेकिन हम इसे 15 अगस्त, 2022 तक खत्म करने की कोशिश करेंगे। हमें उम्मीद है कि 2022 तक भारत को पहली बुलेट ट्रेन मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि 14 सितंबर को 160 साल पुरानी भारतीय रेल में बदलाव होने जा रहा है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने बताया- “गुरुवार को भारतीय रेल दुनिया की एडवांस टेक्नोलॉजी से जुड़ेगी और देश की आर्थिक तरक्की को और स्पीड देगी। भारतीय रेल पिछले चार-पांच दशकों से उस तकनीक से चल रही है, जो ज्यादातर विकसित देशों में खारिज की जा चुकी है। भारत में शिन्कान्सेन टेक्नोलॉजी आने से भारतीय रेलवे को दिशा और दशा बदल जाएगी।” उन्होंने बताया- “जापान ने बहुत ही सस्ते रेट्स यानी 0.1% इंट्रेस्ट पर 50 साल के पीरियड के लिये करीब 88 हजार करोड़ रुपए का लोन दिया है, जो लगभग मुफ्त पड़ेगा। इसके साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के जरिए से भारत में मेक इन इंडिया के तहत सस्ती बुलेट ट्रेनें बनेंगी। इन्हें बाद में एक्सपोर्ट भी किया जा सकेगा और पैसा कमाया जा सकेगा।” “बुलेट ट्रेन की लागत में कमी आने से इस टेक्निक से भारतीय रेल नेटवर्क को भी अपडेट किया जा सकेगा। इस प्रकार से यह प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे की सूरत बदलने वाला होगा।”
इससे कई फैसिलिटी मिलेंगी
– रेल मंत्री ने बताया- “508 किलोमीटर लंबी लाइन पर 350 किलोमीटर की स्पीड से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन के अलावा फल, फूल, सब्ज़ी, दूध और दूसरे जल्द खराब होने वाले सामान को भी लाने ले जाने के लिये हाईस्पीड मालगाड़ियों को चलाया जाएगा।”
आज की जरूरत है बुलेट ट्रेन
– यह पूछे जाने पर कि भारतीय रेल आज एक्सीडेंट की वजह से जानी जा रही है, ऐसे में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट कितना सही फैसला होगा। गोयल ने कहा कि 160 साल पुराने रेल सिस्टम को पूरी तरह से बदलने की जरूरत है। बुलेट ट्रेन टेक्नोलॉजी भारतीय रेलवे को यह अवसर मुहैया कराएगी।
– उन्होंने कहा कि ये वैसा ही जब 1970 में मारुति सुजुकी को लॉन्च किया था। इसके बाद भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर में बदल गया था।
– उन्होंने कहा कि ये वैसा ही जब 1970 में मारुति सुजुकी को लॉन्च किया था। इसके बाद भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर में बदल गया था।
1 लाख करोड़ रुपए आएगी लागत, इससे लोगों को रोजगार मिलेगा
– उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट की लागत 1,08,000 करोड़ आएगी। इससे 20 हजार लोगों को इनडायरेक्ट और 4,000 लोगों को डायरेक्ट जॉब्स मिलेगा।
बुधवार को भारत आएंगे आबे
– जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचेंगे। इसके एक दिन बाद 14 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी और आबे अहमदाबाद के साबरमती रेलवे स्टेशन के पास एक मैदान में ट्रेन के लिए भूमि पूजन करेंगे।अपने दौरे के दौरान आबे और मोदी गुजरात में 12वें भारत-जापान एनुअल बाइलेटरल समिट हिस्सा लेंगे। यह मोदी-आबे के बीच चौथा एनुअल समिट होग
जानिये बुलेट ट्रेन
– मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी।
– 07 किमी रूट समुद्र के नीचे होगा।
– 508 किमी कुल रूट होगा बुलेट ट्रेन का।
– 350 किमी/घंटे अधिकतम रफ्तार होगी।
– 12 स्टेशन मुंबई से अहमदाबाद के बीच होंगे। हर स्टेशन पर 2.45 मिनट का स्टाॅप।
– कुल 21 किमी लंबा सुरंग मार्ग ठाणे-मुंबई के बीच, जिसमें से 7 किमी मार्ग समुद्र के नीचे होगा।
– रेलवे के मुताबिक पहले हफ्ते से ही रोज 36000 यात्री सफर करेंगे।
– मुंबई-अहमदाबाद की मौजूदा 6-7 घंटे की यात्रा बुलेट ट्रेन से 2.07 घंटे की रह जाएगी।
– 350 किमी/घंटे अधिकतम रफ्तार होगी।
– 12 स्टेशन मुंबई से अहमदाबाद के बीच होंगे। हर स्टेशन पर 2.45 मिनट का स्टाॅप।
– कुल 21 किमी लंबा सुरंग मार्ग ठाणे-मुंबई के बीच, जिसमें से 7 किमी मार्ग समुद्र के नीचे होगा।
– रेलवे के मुताबिक पहले हफ्ते से ही रोज 36000 यात्री सफर करेंगे।
– मुंबई-अहमदाबाद की मौजूदा 6-7 घंटे की यात्रा बुलेट ट्रेन से 2.07 घंटे की रह जाएगी।