नई दिल्ली। दो भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारियों (Women IAS Officer) को आपस में विवाद करना महंगा पड़ गया है। एक दूसरे के आरोप-प्रत्यारोप के बाद सरकार (Karnataka Government) ने 2009 बैच की आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी (IAS Rohini Sindhuri) और 2014 बैच की आईएएस अधिकारी शिल्पा नाग (IAS Shilpa Nag) का तबादला कर दिया है।इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए है।
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से दोनों महिला अधिकारियों के बीच खुलेआम विवाद चल रहा था, सिंदूरी ने नाग के कर्तव्यों के साथ-साथ 12.3 करोड़ रुपये के कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी फंड (CSR) के खाते उपयोग करने के आरोप लगाया था, जिसके बाद नाग ने एक संवाददाता सम्मेलन में सिंधूरी पर ‘उत्पीड़न’ का आरोप लगाते हुए अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी, हालांकि सिंधूरी ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि नाग से सिर्फ प्रबंधन से संबंधित जानकारी मांगी गई थी।
इसके बाद कर्नाटक सरकार द्वारा मैसूर की डिप्टी कमिश्नर रोहिणी सिंधुरी और मैसूर नगर निगम की कमिश्नर शिल्पा नाग का तबादला कर दिया गया। 2009 बैच की IAS अधिकारी सिंधुरी को आयुक्त, हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती के पद पर स्थानांतरित किया गया है। वहीं मैसूर शहर निगम (MCC) आयुक्त शिल्पा नाग, 2014 बैच की आईएएस अधिकारी को उन्हें अगले आदेश तक निदेशक (ई-गवर्नेंस) ग्रामीण विकास और पंचायती राज (RDAPR) के रूप में तैनात किया गया है।
वहीं IAS रोहिणी सिंधुरी की जगह अब बेंगलुरू के वाणिज्यिक करों (Commercial Taxes) के अतिरिक्त आयुक्त डॉ बगदी गहूम (Dr Bagdi Gahum) को दी गई है। डॉ गहूम अब मैसूर के नए डिप्टी कमिश्नर होंगे। वहीं नाग की जगह लक्ष्मीकांत रेड्डी मैसूरु नगर निगम (MCC) के नए आयुक्त होंगे।इन दोनों आईएएस अधिकारियों के तबादलों के बाद सियासत गर्मा गई है।