सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉटों को पब्लिक डेटा ऑफिसेस (PDO) का नाम दिया गया है। ट्राई ने कहा कि इन्हें उसी तर्ज पर स्थापित किए जाने का प्रस्ताव है जिस तर्ज पर बीते जमाने में पब्लिक कॉलिंग ऑफिसेस (PCO) स्थापित किए जाते थे, जहां जनता भुगतान करके फोन कॉल कर सकती थी।
ट्राई ने एक बयान में कहा कि देशभर में प्रायोगिक आधार पर PDO स्थापित करने में रूचि रखने वाली कंपनियों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसके लिए उत्पाद पाउच के आकार (साइज) में तैयार किए जाएंगे, जो 2 से 20 रुपए तक होंगे। इसके लिए आवेदन जमा करने के लिए ट्राई ने आखिरी तारीख 25 जुलाई रखी है।
इस प्रोजोक्ट से नए ग्राहकों और मूल्य-संवेदी भारतीय ग्राहकों के डेटा की खपत बढ़ेगी, जो अपने सेल्युलर डेटा का कम इस्तेमाल करते हैं। देशभर में इस योजना को लागू करने से पहले इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत ट्राई सकारात्मक बातों और समस्याओं की पहचान करना चाहाता है।