नासा और यूरोपीय एजेंसी ने ऐस्टरॉइड के टक्कर का पूर्वाभ्यास करने के बाद निकले निष्कर्षों के आधार पर यह चेतावनी दी है। इससे पहले 26 अप्रैल को नासा के प्लेनेटरी डिफेंस कोआर्डिनेशन ऑफिस में एक पूर्वाभ्यास किया। इसमें उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि अगर एक ऐस्टरॉइड धरती से टकराता है तो इसका क्या असर होगा।
वैज्ञानिकों ने कहा इस टक्कर की आशंका अभी दूर-दूर तक नहीं है। लेकिन भविष्य में यह टक्कर हो सकती है। अब इस अभ्यास के बाद नासा और और यूरोपीय एजेंसी ने धरती को बचाने की तैयारी शुरू कर दी है।
अभ्यास के दौरान नासा के सेंटर ने यह कल्पना की कि एक विशाल ऐस्टरॉयड धरती की ओर बढ़ रहा है। इस ऐस्टरॉइड को ‘2021 पीडीसी’ नाम दिया गया जो करीब 35 मीटर चौड़ा और 700 मीटर चौड़ा था। इस अभ्यास के दौरान पाया गया कि ऐस्टरॉइड के धरती से टकराने के 5 प्रतिशत संभावना है। यह टक्कर यूरोप में कहीं भी हो सकती है। अंतरिक्ष से आने वाले चट्टान से यह टक्कर इतनी भयानक होगी जैसे किसी शक्तिशाली परमाणु बम के विस्फोट से होती है।
परमाणु बम से हमला करने की तैयारी में अमेरिकी वैज्ञानिक
धरती पर ऐस्टरॉइड के टकराने के मंडराते खतरे के बीच अमेरिकी वैज्ञानिक इससे निपटने की तैयारी में जुट गए हैं। अमेरिकी वैज्ञानिक अब इन ऐस्टरॉइड को धरती की कक्षा से दूर भेजने के लिए एक वैकल्पिक तरीके पर जुट गए हैं। वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि कुछ मामलों में परमाणु हथियार के इस्तेमाल का विकल्प गैर परमाणु हथियार के विकल्प से ज्यादा बेहतर रहेगा।