कटनी। पावनवर्षा योग चतुर्मास के अवसर पर आचार्य ज्ञान सागर सभागार में दिगम्बर जैन समाज पंचायत समिति एवं चर्तुमास धर्मप्रभावना समिति के तत्वाधान में आचार्य विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से एवं निर्यापक श्रमण मुनि श्री 108 समता सागर महाराज मुनि महासागर महाराज मुनि निष्कंप सागर महाराज ऐलक निश्चय सागर महाराज के सानिध्य में आचार्य ज्ञान सागर सभागार में राष्ट्रीय जैन पाठशाला का अधिवेशन में देश के विभिन्न शहरों से 500 शिक्षिकाओं ने मुनिसंघ के दर्शन कर मार्गदर्शन प्राप्त किया।
इस अवसर पर प.पू.मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने चर्चा के दौरान बतलाया कि पूरे देश में जैन पाठशालाओं में शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा निःशुल्क नैतिक एवं धार्मिक शिक्षा निःशुल्क दी जाती है जिसमें बच्चें पढ़कर समाज,देश और धर्म को गौरान्वित करते है।
मुनिश्री ने आगे कहा कि जिस प्रकार मॉ का बच्चा बचपन में दूध पीकर बड़ा होता है और जीवन भर मॉ का दूध उसके शरीर में विद्यमान रहता है उसी प्रकार बचपन में पाठशाला में पढ़े संस्कार उसे जीवन भर बुराईयों से बचाते है। उन्होने ने आगे कहा कि अगर एक वर्ष की योजना बनाना है तो एक उर्वरा भूमि पर एक बीज बोये अगर 10 वर्ष की योजना बनाना है तो एक पेड़ लगाये और यदि 100 वर्ष की योजना बनाना है तो एक पीढ़ी को संस्कारित करें यह कार्य पाठशाला ही कर सकती है।
मुनि समता सागर महाराज ने अपनी मंगल देशना में बतलाया कि पाठशाला के माध्यम से ही बच्चों संस्कारित किया जा सकता है जिससे उनका भविष्य उज्जवल बनता है। प.पू.महासागर जी महाराज ने धर्मसभा में बतलाया कि जैन पाठशालाएॅ देश में ही नही अपितु विदेशो में भी चल रही है और आने वाली पीढ़ी इनमें पढ़कर संस्कारित हो रही हैं।
कार्यक्रम में संयोजक अजीत सिंघई, योगेश जैन, मिठ्टूलाल जैन एवं सहयोगी सुनील जैन तिलगवॉ चक्रेश जैन सर्वज्ञ, अनिल अरिहंत, संदीप जैन, मोन्टी जैन, अरिहंत जैन बिट्टू, मुकेश कौशल, विपुल जैन, मयुख जैन, अरविन्द्र जैन,संजीव चंदेरिया, ब्रम्हचारणी मंजू दीदी, सीबी दीदी,रूचि दीदी,स्मृति दीदी, का विशेष सहयोग रहा इसके साथ ही भोजन व्यवस्था में अरविंद जैन, पदम जैन लहर, बबलू जैन, योगी जैन, पताली जैन, आशीष जैन, सुनील जैन, नीलेश जैन के साथ महिला मण्डल ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई आवास एवं प्रबंध यातायात व्यवस्था में दि.जैन सोशल गु्रप रायल का सराहनीय सहयोग रहा।