देश इस वक्त कोरोना वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है। कई राज्यों में वैक्सीन की कमी के चलते टीकाकरण अभियान रोक दिया गया है। वहीं दूसरी ओर वैक्सीन के परिवहन में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में वैक्सीन से भरा ट्रक सड़क किनारे पाया गया है, वह भी चालू हालत में। नरसिंहपुर के करेली बस स्टैंड के नजदीक सड़क किनारे एक कंटेनर ट्रक स्टार्ट हालत में मिला। इस ट्रक में कोवैक्सीन की ढाई लाख डोज रखी हुई थी। ट्रक चालक और उपचालक दोनों फरार है। ऐसे में सवाल उठता है कि टीके को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच तकरार चल रही है तो इतनी बड़ी खेफ आखिर कहां जा रही थी। फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
हैदराबाद से पंजाब जा रहा था ट्रक
दरअसल, करेली पुलिस को सूचना मिली की एक ट्रक चालू हालत में सड़क किनारे खड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंचकर गाड़ी के पेपरों की जांच की तो मालूम चला कि गुरुग्राम की टीसीआई कोल्ड चेन सॉल्यूशन कंपनी का कंटेनर है और भारत बायोटेक कंपनी कि कोवैक्सीन की 2 लाख 40 हजार डोज हैदराबाद से पंजाब के करनाल जा रहा था। पुलिस के मुताबिक कंटेनर ट्रक में 364 बॉक्स में कोवैक्सीन की करीब ढ़ाई लाख डोज रखी हुई थी। जिसकी कीमत करीब 8 करोड़ रुपए है। पुलिस ने ड्राइवर और कंडेक्टर के मोबाइल ट्रेसिंग की,जिसकी लोकेशन 15 किलोमीटर दूर झाड़ियों में दिखा रही थी। पुलिस ने यहां से मोबाइल को बरामद कर लिया है।
वैक्सीन की कालाबाजारी जोरों पर
दरअसल, पूरे देश में वैक्सीन की कमी है, वहीं दूसरी ओर इसकी कालाबाजारी भी जोरों पर है। इससे पहले भी मध्य प्रदेश में वैक्सीन कालाबाजारी की खबरें सुर्खियों में रही है। सरकार की ओर से वैक्सीन कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश हैं। बावजूद इसके लावारिस हाल में ट्रक मिलना कई सवालों को जन्म देता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर किसी बड़ी साजिश को पर्दाफाश करने की बात कह रही है।