केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. विपक्षी पार्टियों ने इसका समर्थन किया है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने साफ कह दिया है कि गुजरात में बंद करवाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
साथ ही उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों के नाम पर जो भारत बंद आंदोलन किया जा रहा है. उसमें सिर्फ़ किसान का नाम है, बल्कि खुद के अस्तित्व को बचाने के लिए विरोधी पक्ष एक हो रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि किसान अंदोलन में किसान नेताओं ने कहा था कि वह किसी राजनीतिक दल को जोड़ेंगे नहीं. कांग्रेस का अस्तित्व ख़त्म हो चुका हे कांग्रेस के साथ ना कोई जनता है और ना ही कोई संगठन है, उन्होंने 2019 के चुनाव पत्र में लिखा था की वो मंडी एक्ट को नाबूद करेंगे. इससे पहले चुनावी पत्र में कहा था कि एमएसपी को हटाया जाएगा. उन्होंनें आगे कहा कि जो भी लोग गुजरात में जबरदस्ती बंद करवाने के लिये निकलेंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही लॉ एन्ड ऑर्डर सिस्टम भी बनाए रखने में सरकार सभी तरह के कदम उठाएगी. जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है. दिसके बाद किसी तरह का कोई नतीजा नहीं निकला है. हालांकि, इस बातचीत से पहले ही किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान कर दिया था.