पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी बयानबाजी पूरी तरह से अनुशासनहीनता है और वह पार्टी छोड़कर आप में शामिल हो सकते हैं। सिद्धू हाल में लतागार मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के खिलाफ टिप्पणी करते रहे हैं। इसके साथ ही सिंह ने पंजाब के पूर्व मंत्री और अमृतसर के विधायक सिद्धू को पटियाला से उनके खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती भी दी और कहा कि वह पूर्व थलसेना प्रमुख जे जे सिंह की तरह ही अपनी जमानत गंवा देंगे। पूर्व थलसेना प्रमुख जे जे सिंह ने 2017 का विधानसभा चुनाव सिंह के खिलाफ लड़ा था।
उन्होंने कहा, “वह (सिद्धू) हर दिन बोल रहे हैं। कोई दिन ऐसा नहीं गुजरा होगा जब उन्होंने टिप्पणी नहीं की हो। उन्होंने कहा कि उनकी आलोचना करने के अलावा सिद्धू का कोई एजेंडा नहीं है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ सिद्धू के लगातार हमलों पर चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम है कि वह किस पार्टी में हैं।
सिंह ने एक टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा, ”अगर वह कांग्रेस पार्टी में हैं, तो यह पूरी तरह से अनुशासनहीनता है। उन्हें इस तरह की बातें क्यों करनी चाहिए? संभव है कि वह आप में जाने की कोशिश कर रहे हों… भाजपा उन्हें वापस नहीं लेगी। यही बात अकाली दल के साथ है … वह कहां जाएंगे? वह या तो हमारे साथ रहेंगे या दल बदलेंगे।” सिद्धू के उपमुख्यमंत्री या पंजाब कांग्रेस का प्रमुख बनने की चाहत संबंधी खबरों के बारे में सिंह ने कहा कि सुनील जाखड़ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष के रूप में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल किया कि सिर्फ चार साल पहले पार्टी में शामिल हुए किसी नेता को कैसे राज्य इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है। सिद्धू को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बारे में सिंह ने कहा कि सभी कैबिनेट मंत्री उनसे वरिष्ठ हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि सिद्धू को कोई भी पद देने का फैसला पार्टी हाईकमान को करना है। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी उनकी राय मांगती है तो वे यही कहेंगे।
मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, “पंजाब के विवेक को पटरी से उतारने के प्रयास नाकाम हो जाएंगे। मेरी आत्मा पंजाब है और पंजाब की आत्मा गुरुग्रंथ साहिब जी हैं … हमारी लड़ाई न्याय और दोषियों को दंडित किए जाने के लिए है।”