ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के गिरवाई इलाके में आतिशबाजी की थोक की 14 दुकानों पर जिला प्रशासन की टीम द्वारा जब्ती की कार्रवाई की गई। 14 में से 10 दुकानों की जांच की गई। आधिकारिक तौर पर एक दुकान में प्रतिबंधित पटाखे पाए गए जिन्हें जप्त किया गया। दुकानदारों के बयान कुछ और हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जेल भेजने की धमकी दे रहे पटवारी को दुकानदारों ने पीट डाला। विरोध में बाजार बंद किया गया।
खबर मिली है कि मंगलवार शाम को जिला प्रशासन की टीम गिरवाई थोक पटाखा बाजार में पहुंची थी। यहां 14 दुकानाें में से 10 दुकानों का निरीक्षण किया गया था। चार दुकानों का निरीक्षण क्यों नहीं किया गया, प्रशासन की तरफ से स्पष्ट नहीं किया गया है। केवल इतना बताया गया कि दुकान नंबर आठ में प्रतिबंधित पटाखे रखे मिले जिन्हें जप्त किया गया। इसी के कारण दुकानदार आक्रोशित हो गए थे।
इधर दुकानदारों का कहना है कि हमने लिखित में अंडरटेकिंग दी है। ग्राहकों की भीड़ लगी है और यह बाजार का टाइम है। इस समय अचानक इस प्रकार की कार्रवाई और धमकी उचित नहीं है। इसीलिए हमने 4 घंटे के लिए बाजार बंद किया और विचार किया कि आगे क्या कदम उठाना है।
सूत्रों ने कहा वसूली करने गई थी टीम
आतिशबाजी बाजार से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि दीपावली पर पटाखों का कारोबार पूरी तरह से दो नंबर में चलता है। प्रशासन को सब पता है। दुकानदारों की तरफ से स्थानीय थाने से लेकर कमिश्नर के बंगले तक सभी के पास गिफ्ट भेजे जाते हैं। यह वर्षों पुरानी परंपरा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के नाम पर आई प्रशासनिक टीम में से कुछ लोग रिश्वत के लिए दबाव बना रहे थे