इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पनामा पेपर केस में दोषी मान लिया है। इसके बाद अब वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नहीं रह पाएंगे। पाक मीडिया की खबरों के अनुसार पांच जजों की बैंच ने उन्हें सर्वसम्मति से दोषी करार दिया है और सारी जिंदगी के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है।
पाक सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने इस मामले में आपसी सहमति के बाद यह फैसला लिया है। कोर्ट ने नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ मामलों को एनएबी ट्रायल कोर्ट भेजने के लिए कहा है जहां 6 महीने में इन पर फैसला होगा।
अदालत ने नवाज के अलावा उनकी बेटी, दामाद और वित्त मंत्री को भी दोषी पाया गया है। वित्त मंत्री इशाक दार को भी अयोग्य घोषित किया है। नवाज के पीएम पद से हटने के बाद उनके भाई शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए पीएम बनते हैं। शाहबाज फिलहाल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हैं और सीधे तौर पर पीएम नहीं बन सकते। उन्हें पीएम बनने के लिए चुनाव लड़ना होगा।
नवाज और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग जैसे संगीन आरोप थे। नवाज शरीफ से सीधे जुड़े मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर संयुक्त जांच दल (जेआईटी) गठित किया गया था। जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने 21 जुलाई को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसस पहले पीठ में शामिल रहे दो जजों के 11 अगस्त तक के लिए इस्लामाबाद से बाहर होने की बात कही गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेआईटी ने अपनी रिपोर्ट में शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराने की सिफारिश की है। ऐसे में उनके भाई और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के कमान संभालने के कयास भी लगाए जा रहे हैं।