नई दिल्ली। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। सोमवार देर शाम हुई मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि प्रधानमंत्री अन्नाद्रमुक के दोनों गुटों के बीच मध्यस्थता कर रहे हैं।
हालांकि पन्नीरसेल्वम गुट ने एेसी संभावनाओं को पूरी तरह खारिज कर दिया है। राज्यसभा सांसद वी. मैत्रेयन का कहना था कि यह कहना अपमानजनक होगा कि प्रधानमंत्री दूसरे राजनीतिक दल के आंतरिक मामलों के समाधान में शामिल हैं।
अन्नाद्रमुक जब से दो गुटों में बंटा है तब से दोनों खेमा प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर चुका है। उधर, भाजपा के दूसरे शीर्ष नेता इस अनुमान को बल दे रहे हैं कि अन्नाद्रमुक के आंतरिक मामले के समाधान में वे लोग जुटे हैं।
प्रधानमंत्री आवास पर हुई मुलाकात में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की राजनीतिक स्थिति से मोदी को अवगत कराया। मुलाकात के बाद पन्नीरसेल्वम ने कहा, ‘वर्तमान सरकार के कार्यकाल में राज्य का वातावरण, अन्नाद्रमुक के समर्थकों का अनुभव और लोगों की राय से प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया।’ इसके अलावा अन्य किन मुद्दों पर बातचीत हुई इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी।
पन्नीरसेल्वम ने राज्य के मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी नीत गुट द्वारा टीटीवी दिनाकरन के विलय की दिशा में कदम बढ़ाने के प्रयासों को दरकिनार करने के बाद की स्थिति के बारे में कुछ भी नहीं बताया। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को जो मंजूर होगा वही फैसला लिया जाएगा।