Balaghat अपने विवादास्पद बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व विधायक किशोर समरीते एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार अंबेडकर अनुयायियों ने जिला मुख्यालय पहुंचे पूर्व विधायक को कंडोम की माला पहना दी। दरअसल 4 अगस्त को किशोर समरीते संवैधानिक पद पर बैठे लोगों द्वारा संविधान की शपथ लेने के बावजूद जिले में इसका पालन नहीं किए जाने के आरोप के साथ अंबेडकर चौक पहुंचे थे।
वे यहां बाबा साहब की प्रतिमा को संविधान की प्रति भेंट करने पहुंचे थे। लेकिन इसी दौरान उन्हें अंबेडकर अनुयायियों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। कंडोम की माला पहनाए जाने के बाद पूर्व विधायक किशोर समरीते ने बाबा साहेब की प्रतिमा को पुष्पहार पहनाकर उन्हें संविधान की प्रति भेंट की। इधर बसपा ने उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की मांग करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर दीपक आर्य को ज्ञापन भी सौंपा।
दरअसल ये मामला वर्ष 2006 का है जब बोलेगांव में बाबा साहब की प्रतिमा को किशोर समरीते द्वारा कंडोम की माला पहनाई गई थी। इसे लेकर अंबेडकर अनुयायी लंबे समय से उनसे नाराज चल रहे हैं। यह मामला न्यायालय तक पहुंचा था और किशोर समरिते का कहना है कि वह इस मामले में किसी की गवाही नहीं होने पर बरी हो चुके हैं। लेकिन अंबेडकर अनुयायी हेमंत वागदे का कहना है कि यह मामला अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है।
अंबेडकर चौक स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा के समक्ष संविधान की प्रति भेंट करने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व विधायक किशोर समरीते ने कहा कि बाबा साहेब ने भारत देश के लिए संविधान बनाया है और देश संविधान के हिसाब से चलता है, बाबा साहब भारतरत्न और महापुरूष है, लेकिन उनके बनाये गये संविधान की शपथ लेने वाले आज विपरित कार्य कर रहे हैं। उनका आरोप है कि जिले में सिविल सर्विस कंडक्ट रूल का पालन नहीं किया जा रहा है और कानून का राज खत्म हो गया है। इसीलिए उन्होने बाबा साहब की प्रतिमा के समक्ष संविधान की प्रति भेंट की है।