कोरोना की वैक्सीन को लेकर एक नया शोध सामने आया है। इसमें यह दावा किया गया है कि यह वैक्सीन शरीर के लिए बहुत कारगर है। खास तौर पर स्ट्रोक और दिल की बीमारियों में यह लाभदायक है। भारतीय-अमेरिकी शोधकर्ता गिरीश एन नादकर्णी के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने कोविड वैक्सीन को कोरोना संक्रमित लोगों में दिल का दौरा, स्ट्रोक व अन्य हृदय संबंधी रोगों के जोखिम को कम करने में मददगार पाया है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि हमने हृदय संबंधी मरीजों पर पहले टीकाकरण का स्पष्ट प्रभाव देखा, उनमें किसी भी तरह की जटिलता का जोखिम कम पाया गया। शोधकर्ताओं के दल में गिरीश नादकर्णी के साथ इरेन और इकान स्कूल आफ मेडिसिन में प्रोफेसर डा. आर्थर एम भी शामिल थे। द चार्ल्स ब्रोंफमैन इंस्टीट््यूट आफ पर्सनाइज्ड मेडिसिन के डाइरेक्टर नादकर्णी ने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद की जटिलताओं को रोकने में भी टीकाकरण सहायक है।
उन्होंने दावा किया कह यह पहला अध्ययन है जिसने अमेरिका में आंशिक व पूर्ण टीकाकरण और प्रतिकूल हृदय संबधी घटनाओं का परीक्षण किया। शोधकर्ताओं ने कहा कि इससे पहले कोरियाई शोधकर्ताओं ने इसी तरह के निष्कर्ष की पुष्टि की थी।माउंट सिनाई के इकान स्कूल आफ मेडिसिन की टीम ने इसके लिए अमेरिका के व्यापक डाटा का विश्लेषण किया। यह निष्कर्ष जर्नल आफ द अमेरिकन कालेज आफ कार्डियोलाजी में प्रकाशित हुआ है।