भोपाल। गुजरात और राजस्थान में भीषण गर्मी पड़ रही है। वहां से आ रही गर्म हवाओं से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में तपिश बढ़ गई है। इसी क्रम में राजधानी का अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा। प्रदेश में सबसे अधिक 44 डिग्रीसे. तापमान खरगोन, खजुराहो, नौगांव और दमोह में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में मध्यप्रदेश और आसपास पांच वेदर सिस्टम बन गए हैं। इनके प्रभाव से शुक्रवार से जबलपुर, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं धूल भरी हवाएं चलने के साथ बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुस्र्वार को राजधानी के अधिकतम तापमान में 1.2 डिग्रीसे. की बढ़ोतरी हुई। बुधवार को अधिकतम तापमान 41.6 डिग्रीसे. दर्ज किया गया था। इसी तरह गुस्र्वार को न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्रीसे. दर्ज हुआ, जो बुधवार के न्यूनतम तापमान (21.8 डिग्रीसे.) की तुलना में एक डिग्रीसे. अधिक रहा। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान और गुजरात में भीषण गर्मी पड़ रही है। वहां से लगातार आ रही गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान बढ़ने लगा है।
गरज-चमक के साथ हो सकती है बारिश
शुक्ला के मुताबिक पूर्वी मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इस सिस्टम से लेकर पश्चिम बंगाल तक एक ट्रफ बना हुआ है। सौराष्ट्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। पश्चिमी विदर्भ पर भी एक चक्रवात बना है। साथ ही इस चक्रवात से लेकर तमिलनाडू तक एक ट्रफ बना है। इन पांच वेदर सिस्टम के कारण नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। हालांकि नमी की मात्रा कम होने और प्रदेश में तापमान बढ़ा हुआ रहने से पूर्वी मप्र के कुछ इलाकों में गुस्र्वार को भी धूल भरी हवाएं चलीं। सतना में 0.8 मिलीमीटर बारिश भी हुई। शुक्रवार को भी जबलपुर, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। प्रदेश के शेष स्थानों पर बादल छाने के साथ तेज रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज होगी।