बिजली कर्मियों की हड़ताल समाप्त, पावर मैनेजमेंट कंपनी ने मानी मांगे

बिजली कर्मियों की हड़ताल समाप्त, पावर मैनेजमेंट कंपनी ने मानी मांगे

दीपावली के त्यौहार से ठीक पहले बिजली कर्मचारियों की 1 दिन की हड़ताल में एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने घुटने टेक दिए। कर्मचारियों की प्रमुख मांगे पूरी कर दी गई है। सातवां वेतनमान और 8% महंगाई भत्ता, सैलेरी इंक्रीमेंट और एरियर की बकाया रकम का पेमेंट करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। महंगाई भत्ते की राशि दीपावली से पहले भुगतान कर दी जाएगी। एरियर्स का भुगतान 6 किस्तों में किया जाएगा।

पावर मैनेजमेंट कंपनी ने बिजली कर्मियों को सातवें वेतनमान में 8 प्रतिशत और छठे वेतनमान के वेतन बैंड और ग्रेड पे के योग पर 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने के आदेश जारी कर दिए हैं। कर्मियों को देय वार्ष‍िक वेतन वृद्ध‍ि के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। महंगाई भत्ते की बढ़ी हुई दर की राशि का भुगतान दीवाली के पहले किया जाएगा।

मूल वेतन पर 8% महंगाई भत्ता

बिजली कर्मियों को सातवें वेतनमान लागू होने के बाद मूल वेतन पर अक्टूबर 2021 से 8 प्रतिशत महंगाई भत्ता अतिरिक्त मिलेगा। उन्हें कुल 20% महंगाई भत्ता मिलेगा। इसी प्रकार छठे वेतनमान में वेतन बैंड में वेतन और ग्रेड पे के योग पर कर्मियों को अक्टूबर 2021 से 17 प्रतिशत अतिरिक्त महंगाई भत्ता मिलेगा। इस तरह कंपनी कर्मियों को कुल 171 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा।

छह समान किश्त पर मिलेगा भुगतान

पावर मैनेजमेंट कपंनी ने कर्मियों को वार्षिक वेतन वृद्धि एरियर्स नंवबर 2021 के वेतन के साथ मिलेगा। मौजूदा कर्मियों को जहां बकाया एरियर्स 6 समान किश्त में मिलेगा। वहीं रिटायर हो चुके कर्मियों को एकमुश्त पूरी रकम मिलेगा। 01 मार्च 2022 के पूर्व रिटायर हो चुके या होने जा रहे कर्मियों को एरियर्स की राशि एक साथ होगी।

70000 बिजली कर्मचारी 1 नवंबर से हड़ताल पर थे

MP के करीब 70 हजार बिजलीकर्मी 1 नवंबर से हड़ताल पर चले गए हैं। वे न तो कोई फाल्ट की शिकायत अटेंड कर रहे हैं और न ही ऑफिस वर्क-वसूली के काम कर रहे हैं। DA और वेतनवृद्धि के एरियर की राशि नहीं मिलने से वे नाराज हैं। तीन दिन पहले उन्होंने हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी थी।
सोमवार सुबह से वे जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर सहित प्रदेश के अलग-अलग शहरों में धरने पर बैठ गए थे। आखिरकार उनकी लड़ाई रंग लाई। बिजली कर्मियों की कई मांगें प्रदेश सरकार ने मांग ली है। यूनाइटेड फोरम के महासचिव वीके एस परिहार के मुताबिक ऊर्जा सचिव संजय दुबे के साथ बैठक में हमारी प्रमुख मांग पूरी होने की बात कही गई। इसके बाद हड़ताल समाप्त कर दिया गया।

संगठन की यह थी मांगें

बिजलीकर्मियों के महंगाई भत्ता एवं स्थगित वेतनवृद्धि के बकाया राशि के 50% का भुगतान अक्टूबर के वेतन के साथ किया जाए।
बिजलीकर्मियों के लिए 1 अप्रैल 2021 से 14% एनपीएस का प्रावधान तुरंत लागू किया जाए।
संविदा के अधिकारी-कर्मचारियों का वेतनवृद्धि एवं डीए भी पिछले सालों में नहीं लगाया गया है। इसलिए सभी संविदाकर्मियों के अक्टूबर के वेतन में डीए की राशि भी दी जाए।
आउटसोर्स कर्मियों के बोनस के भुगतान के साथ उनका अक्टूबर माह का वेतन भी दीपावली से पहले दिया जाए।
कर्मचारियों को विद्युत देयकों में मिलने वाली 50% छूट को बंद करने के निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए।
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