ब्रिटेन के अबतक के सबसे बड़े तलाक के केस में लंदन की एक अदालत ने फैसला सुना दिया है, जिसमें पति-पत्नी के बीच तलाक के झगड़े में बेटा मां को 100 मिलियन डॉलर (करीब 760 करोड़ रुपये) की रकम मुआवजे के तौर पर देगा।
जज ने तलाक केस में उस आरोपी बेटे को बेईमान शख्स बताया, जो अपने पिता की सहायता के लिए कुछ भी कर सकता है। दरअसल, जज ग्वेनेथ नॉवेल्स ने बुधवार को अपने आदेश में कहा कि अरबपति फरहाद अखमेदोव के बेटे तैमूर अखमेदोव ने अपने पिता की संपत्तियों को छिपाने का काम किया, ताकि पिता की संपत्ति में उसका हिस्सा न बट सके और मां को तलाक के भुगतान के रूप में 627 मिलियन डॉलर राशि नहीं मिल सके।
जज ने आदेश दिया कि तैमूर अपनी मां को अब 100 मिलियन डॉलर यानी करीब 760 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। हालांकि, पैसे छिपाने के आरोप पर मामले की जांच के दौरान तैमूर ने बताया था कि उसने कॉलेज छात्र रहने के दौरान 50 मिलियन डॉलर से अधिक का व्यापार किया, जिसमें उसे घाटा हुआ। उसने दलील दी कि वह अपने पिता के इन पैसों को अपनी मां से नहीं छिपा रहा था, बल्कि व्यापार करने के दौरान उसे इन पैसों का नुकसान हुआ था।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, जज ने कहा कि तैमूर ने अपने पिता से अच्छी तरह से ये सीखा है और उसने यह करके भी दिखाया है कि वह अपनी मां को वैवाहिक संपत्ति का एक भी पैसा लेने से कैसे रोक सकता है। दरअसल, तैमूर की मां तातियाना अखमेदोव लंदन के एक लग्जरी अपार्टमेंट को तलाक के दौरान मिलने वाली संपत्ति के तौर पर पाना चाहती है। तातियाना इसे बेचकर कैश पाना चाहती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अजरबैजान में जन्मे फरहाद ने नवंबर 2012 में 1.4 अरब डॉलर में रूसी गैस उत्पादक में अपनी हिस्सेदारी को बेचकर इतनी बड़ी संपत्ति खड़ी की है। हालांकि, उसने पत्नी को तलाक देने बाद भुगतान के रूप में एक भी पैसा देने से इनकार कर दिया। बस इसी बात ने तातियान को केस दर्ज करने पर मजबूर किया और उसने कम से कम 6 देशों में उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया। बहरहाल, फरहाद ने कोर्ट के फैसले को गलत और गुमराह करने वाला फैसला करार दिया है।
तातियाना की अब तक की असफल कानूनी कोशिशों के चलते 115 मीटर (377 फुट) की जगह पर कब्जा हो गया है, जो कि दुबई में है। इस जगह पर कभी रोमन अब्रामोविच का मालिकाना हक था। इसके सुरक्षित भंडारण में $ 140 मिलियन से अधिक मूल्य की आधुनिक कला का संग्रह है। लिकटेंस्टीन में सुविधा “ट्रेजर हाउस” के रूप में जाना जाता है।