गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक कटनी कनेक्शन कई लोगों खास तौर पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर भारी पड़ सकता है। जबलपुर में शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए कुख्यात गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक के पास विदेशी सहित इंडिया मेड गन व अन्य हथियारों का जखीरा मिलने से पुलिस विभाग भले ही अपनी पीठ थपथपा रहा हो लेकिन खुफिया विभाग अलर्ट हो गया है। जांच में यह पता चला है कि अब्दुल रज्जाक के पास जिस गन का लाइसेंस था, वह जबलपुर से नहीं बल्कि कटनी से मिला था। जिसके बाद भोपाल में उच्च पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस बात का पता लगाने में लग गये हैं कि अब्दुल रज्जाक पर किस अधिकारी की मेहरबानी हो रही थी, जबकि रज्जाक पर 2012 में भी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लग चुका है।
गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक के पहुंची पुलिस ने एक विदेशी सहित 5 राइफल, 10 कारतूस और 15 चाकू बरामद किया है। आरोपी शहबाज गैंगस्टर का भतीजा है। शहबाज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अब्दुल रज्जाक के घर शुक्रवार सुबह 5 बजे पहुंची और उसे दबोच लिया। पुलिस ने जब घर की सर्चिंग की तो ये हथियार बरामद किए गए। मामले में पुलिस ने अब्दुल रज्जाक को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी रज्जाक के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम का वारंट भी एसपी के प्रतिवेदन पर जिला दंडाधिकारी ने जारी किया है।
हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक पर 2012 में एनएसए की कार्रवाई हुई है। आरोपी पर हत्या, बलवा, हत्या के प्रयास, अपहरण, धमकी देना, आर्म्स एक्ट के कई प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी के भतीजे शहबाज और अब्दुल रज्जाक और अन्य के खिलाफ विजय नगर थाने में हत्या के प्रयास, जानलेवा हमले की साजिश रचने, धमकी, तोडफ़ोड़ व बलवा का प्रकरण 26 अगस्त की रात में दर्ज हुआ था।
पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके घर से हथियारों का जखीरा मिला था। पुलिस ने आरोपी अब्दुल रज्जाक के घर की तलाशी ली तो घर के अंदर एक 12 बोर की पंप एक्सन गन, एक 12 बोर की दोनाली बंदूक, एक 315 बोर की रायफल, एक स्पोर्टिंग 315 बोर, एक 0.22 बोर की इटली की बनी राइफल, विभिन्न बोर की 10 कारतूस और 15 बकानुमा चाकू जब्त किए थे। राइफल व बंदूकों के बारे में आरोपी कोई लाइसेंस नहीं दिखा पाया। सभी हथियारों को जब्त करते हुए ओमती थाने में अलग से आर्म्स एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया।
एसपी बहुगुणा के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर बदमाश अब्दुल रज्जाक वर्ष 1991 से लेकर लगातार मारपीट, अवैध वसूली, बलवा कर मारपीट करना, हत्या जैसे वारदात को अंजाम दिया है। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट, वन्य प्राणी अधिनियम जैसे मामलों में भी केस दर्ज हैं। आरोपी अब्दुल गिरोह बनाकर गम्भीर घटनाओं को अंजाम देता है। एसपी ने बताया कि अब्दुल क्षेत्र में व्यक्तिगत हितों के संरक्षण के दहशत का वातावरण निर्मित करने लगा था। अपराध से अर्जित पैसों का उपयोग कर प्रतिस्पर्धा रखने वाले विरोधियों को धन और बाहुबल से समाप्त कर गैंग का सरगना बन बैठा था। आरोपी पर 12 प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा चुकी है। 2012 में एनएसए भी हो चुकी है, पर आदतों में सुधार नहीं हुआ।
पुलिस की जांच में पता चला है कि अब्दुल रज्जाक के पास गन व विस्फोटक का जो लाइसेंस मिला है, वह जबलपुर से नहीं बल्कि कटनी से बना था। जिसके बाद माना जा रहा है कि रज्जाक की पैठ कटनी के पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के बीच जमकर रही, जिसका फायदा उठाकर उसने पूर्व में एनएसए लगने के बावजूद श का लाइसेंस प्राप्त करने में सफलता हासिल की। अब्दुल रज्जाक के संबंध कटनी के किन-किन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से थे, किन अफसरों के कार्यकाल में गन व विस्फोटक का लाइसेंस दिया गया है, उनकी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। माना जा रहा है कि अब्दुल रज्जाक को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष मददगार अफसरों का नाम पता चलने के बाद कड़ी कार्रवाई राज्य सरकार के स्तर पर किये जाने की पूरी-पूरी संभावना है।