हरियाणा के बाद राजस्थान सरकार ने भी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया है। राजस्थान में इस बीमारी की चपेट में 400 से अधिक लोग आ चुके हैं। इसमें से दो की मौत भी हो गई है।
सबसे ज्यादा जोधपुर, जयपुर, अजमेर व उदयपुर जिलों में इसके मरीज मिले हैं। हरियाणा की ही तर्ज पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने ब्लैक फंगस को नोटिफाई किया है।
इससे अब इस बीमारी का इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार से इस इंजेक्शन की मांग की गई है। इसके साथ ही सरकार ने अपने स्तर पर 2500 वाइल खरीदने को लेकर सीरम कंपनी को आर्डर दे दिया है। देश की आठ अन्य बड़ी कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है।
शर्मा ने बताया कि प्रदेश को केंद्र सरकार से केवल 700 वायल मिले हैं, जबकि कम से कम 50 हजार मिलने चाहिए थे। गत शनिवार को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने सूबे में ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोग घोषित किया गया था। इस बीमारी को प्रदेश की स्वास्थ्य बीमा चिरंजीवी योजना में शामिल किया गया है।
प्रभावी निगरानी के लिहाज से इसे महामारी घोषित किया गया है। ब्लैक फंगस को रोकने के लिए काम आने वाले इंजेक्शन लाइपोसोमल एम्फोटेरिसिन-बी का प्रबंध किया जा रहा है। वर्तमान में इसकी बाजार में उपलब्धता काफी कम है।