बड़ी खबर: Jabalpur में कलेक्टर ने लगाई 52 अस्पतालों में मरीज भर्ती करने पर रोक वाली खबर का खंडन

बड़ी खबर: जबलपुर में कलेक्टर ने लगाई 52 अस्पतालों में मरीज भर्ती करने पर रोक की खबर को फर्जी बताया गया है

मध्यप्रदेश के जबलपुर Jabalpur में 52 अस्पताल में भर्ती करने के मामले में कलेक्टर ने सख्ती दिखाते हुए 52 अस्पताल में पेसेंट भर्ती करने पर रोक लगा दी है। इस खबर का कलेक्टर ने खंडन किया है।

ये थी खबर

बताया गया आज बड़ी कार्रवाई की है। 52 निजी अस्पतालों को नोटिस जारी करते हुए उनसे सारे दस्तावेज तलब कर लिए हैं और दस्तावेजों के प्रमाणीकरण होने तक इन सभी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है। जबलपुर कलेक्टर के इस आदेश ने शहर के 52 निजी अस्पताल और नर्सिंग होम्स संचालकों के होश उड़ा दिए है कलेक्टर टी इलैया राजा के इस आदेश के बाद शहर में डाक्टर्स के बीच हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।

जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुई भीषण आग की घटना के बाद जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। कलेक्टर इलैयाराजा के निर्देश पर सीएमएचओ ने आदेश जारी किए हैं कि जबलपुर के 52 निजी अस्पतालों मे मरीजों की भर्ती पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाता है और इन अस्पतालों में जो भी मरीज भर्ती हैं उन्हें दूसरे अधिकृत अस्पतालों या मेडिकल कॉलेज जबलपुर में भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं ।

Breaking 8 निर्दोषों की जान गई, अब हो रहा जन भावना से खेल, 52 अस्पताल वाले आदेश को कलेक्टर ने बताया फर्जी

ऐसा न करने पर इन अस्पतालों के पंजीयन निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। आम जनता से भी अपील की गई है कि जब तक इन 52 अस्पतालों को क्लीन चिट विभाग द्वारा नहीं मिलती तब तक इन अस्पतालों में भर्ती के लिये न जाऐ। इन अस्पतालों में जबलपुर से मेयर पद के प्रत्याशी रह चुके डॉक्टर जामदार का अस्पताल भी शामिल है।

सभी 52 अस्पतालों निजी नर्सिंग होम से सभी वे दस्तावेज मांगे गए हैं जो किसी भी अस्पताल के संचालन के लिए आवश्यक होते हैं। हालांकि इस आदेश के बाद जबलपुर के इन 52 निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की व्यवस्था कैसे सुनिश्चित हो पाएगी, एक बड़ा सवाल भी सामने है।

देखें लिस्ट

Exit mobile version