कमलनाथ सरकार बनते ही मध्यप्रदेश की माताओं बहनों और बेटियों को मिलेंगे 1500 सौ रुपए प्रतिमाह- करण सिंह चौहान*
इस घोषणा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माननीय श्री कमलनाथ जी सादर धन्यवाद–मोर्चा संगठन
जिला कांग्रेस कमेटी शहर के अध्यक्ष विक्रम खम्परिया,जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष करण सिंह चौहान,लोकसभा प्रत्याशी कविता सिंह,जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष अंशू मिश्रा,महापौर प्रत्याशी श्रेहा खंडेलवाल,महिला कांग्रेस अध्यक्ष माधुरी जैन,रजनी वर्मा एवं जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष पंकज गौतम ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मुट्ठी भर बहनों को ही दे रहे है ₹1000 मात्र ।
मध्यप्रदेश की आधी आबादी बहने वैसे ही महंगाई से परेशान है हर दिन घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ रहे हैं ऐसे में महिलाओं का घर चलाना हो रहा मुश्किल ऊपर से मुख्यमंत्री जी ने मजाक बना रखा है कि मध्यप्रदेश की बहनों को लाडली बहना योजना के तहत ₹1000 दिया जाएगा प्रदेश की बहनों को गुमराह किया जा रहा है
नहीं मिलेंगे ₹1000/-
प्रदेश की बहनो के ऊपर टर्म्स एंड कंडीशन अप्लाई की गई है इस टर्म्स एंड कंडीशन के तहत वह बहने जो 23 वर्ष से कम उम्र की है और वह माताएं जो 60 वर्ष से ऊपर की है इसके अतिरिक्त जिस परिवार में शासकीय सेवक है जिस परिवार की जमीन 5 एकड़ है जिस परिवार की आमदनी ढाई लाख से कम है ऐसी बहनों को इसका लाभ बिल्कुल भी नहीं मिलने वाला यदि मोटा मोटा आंकड़ा देखा जाए तो मध्यप्रदेश की आधी आबादी महिलाएं की संख्या लगभग 4.50 करोड़ है, जिसका का सच जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे
4.50 करोड़ महिलाओं में से 23 वर्ष से कम उम्र की महिलाएं एक करोड़ इन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं 1 करोड़। इन्हें भी योजना लाभ नहीं मिलेगा। जिन लाडली बहनों के परिवार की आमदनी ढाई लाख से अधिक है उन बहनों की संख्या 50 लाख है ऐसी बहनों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। जिन लाडली बहनों के परिवार में 5 एकड़ से अधिक जमीन है ऐसे परिवार की 50 लाख बहनों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। जिस परिवार में सरकारी नौकरी के सदस्य है ऐसी 30 लाख महिलाओं को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही जिस घर में चार पहिया वाहन या ट्रेक्टर है ऐसी 20 लाख महिलाओं को भी लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
जिन महिलाओं के पेपर कंप्लीट नही है बैंक खाते ही नहीं है ऐसी अन्य दूसरी वजह से लाडली बहना अयोग्य होंगी, ऐसी लगभग 80 लाख महिलाओं को भी इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।
अब लाडली बहना के लिए आवेदन करने की पात्र महिलाओं की संख्या मात्र 20 लाख ही बची है।
अब बताइए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जी प्रचार प्रसार और विज्ञापनों में करोड़ों रुपया खर्च कर रहे हैं।
करोड़ों रुपया खर्च करके इवेंट कर घुटनों के बल बैठकर ढिंढोरा पीट रहे हैं कि हम महिलाओं को ₹1000 देंगे, माननीय मुख्यमंत्री जी ₹1000 में तो इन बहनों को घरेलू गैस सिलेंडर भी नहीं मिलेगा। ऐसे में प्रदेश की आधी आबादी नारी शक्ति को गुमराह कर आप वोटों की राजनीति कर रहे हैं यदि आप की नीति और नियत सही होती तो 18 सालों से यह बहने गरीब नहीं होती, आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होती। चुनाव नजदीक आते ही आपको सुबह 4:00 बजे उठकर बहनों के सपने आने लग गए हैं आपसे कुर्सी छोड़ी नहीं जा रही है आप स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं आप पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं परंतु प्रदेश की बहने सच्चाई देख रही है विधानसभा चुनाव आते ही मध्यप्रदेश की महिलाएं आपको और आपकी झूठे वादों की सरकार को घर बैठाने की तैयारी कर चुकी है। जिसका टीजर आप विकास यात्रा में देख चुके है।