मध्य प्रदेश (madha pradesh) में रोजगार (job) के साधन को बढ़ाने के लिए और बेरोजगार युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। वहीं राज्य के कई जिलों में रोजगार मेले (Job Fair) का आयोजन किया जा रहा है। इन रोजगार मेलों का सीधा सीधा लाभ बेरोजगार युवाओं को होगा इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) के निर्देश के बाद लगातार जिला प्रशासन जॉब फेयर की तैयारियों में लगा हुआ है।
दरअसल मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में रोजगार देने वाले सभी विभागों को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा (karmveer sharma) ने रोजगार की संभावना बढ़ाने के लिए रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए जबलपुर में 15 जनवरी से जिला स्तर पर जॉब फेयर को लेकर तैयारियों की समीक्षा की।
इस मामले में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर शर्मा ने बैठक में कहा कि रोजगार से जुड़े विभागों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देने वाले क्षेत्रों की पहचान करनी होगी तथा आवश्यकता के अनुरूप युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा। कलेक्टर ने कहा कि हमारा लक्ष्य हर माह कम से कम पांच हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराना होना चाहिए। इसके लिये सभी विभागों को मिलकर बेहतर रणनीति बनानी होगी तथा सूचनाओं को आपस में साझा करना होगा।
शर्मा ने बैठक में जबलपुर में 15 जनवरी को आयोजित किये जा रहे जिला स्तरीय जॉब फेयर की तैयारियों की समीक्षा भी की। कलेक्टर ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित रोजगार मूलक कार्यों के तहत प्राप्त उपलब्धियों तथा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में पथ विक्रेताओं को लाभांवित करने चलाई जा रही प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एवं मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेण्डर योजना की प्रगति का ब्यौरा भी लिया।
उन्होंने जॉब फेयर में प्लेसमेंट के लिये आने वाली कंपनियों की आवश्यकता के अनुरूप योग्य एवं कुशल युवाओं को चिंहित करने के लिये जनपद स्तर पर शिविर लगाने और उनकी काउंसलिंग करने के निर्देश दिये। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बैठक में अभी तक आयोजित किये गये रोजगार मेलों के माध्यम से युवाओं को उपलब्ध कराये गये रोजगार की जानकारी भी ली।