मध्य प्रदेश के 13 जिलों में 24 घण्टे के दौरान भारी बारिश की संभावना
पिछले 24 घंटे में दो दर्जन से ज्यादा जिलों में मूसलाधार बारिश (MP WEATHER Today) हुई है
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून (Monsoon 2021) के एक्टिव होने से झमाझम बारिश का दौर जारी है।नदियों-तालाबों का जलस्तर बढ़ने से बांधों के गेट खुलना शुरु हो गए है। गांवों का संपर्क टूटने से आवागमन बाधित होने लगा है। पिछले 24 घंटे में दो दर्जन से ज्यादा जिलों में मूसलाधार बारिश (MP WEATHER Today) हुई है और तापमान में भी अच्छी खासी गिरावट देखी गई है। मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज सावन के पहले सोमवार को सभी संभागों में कही कहीं बारिश के साथ एक दर्जन जिलों में अति भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग (MP Weather Alert) के अनुसार, वर्तमान में एक साथ 5 सिस्टम एक्टिव है, इसी के चलते आज सोमवार 26 जुलाई 2021 रीवा, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, सागर, शहडोल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कहीं कहीं बौछारें पड़ने की संभावना हैं। वही ग्वालियर-चंबल संभागों को मिलाकर कुल 13 जिलों में भारी बारिश से अति भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वही बिजली चमकने और गिरने के साथ 18 प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने के भी आसार है।
मौसम विभाग (MP Weather Forecast) के मुताबिक, वर्तमान में निम्न दाब क्षेत्र मध्य प्रदेश के उत्तर-मध्य क्षेत्र में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊँचाई तक फैले चक्रवातीय परिसंचरण (Cyclonic circulation) के साथ सक्रिय है, जबकि दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में अन्य चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। दक्षिणी झुकाव के साथ पूर्व-पश्चिम ट्रफ 25 डिग्री उत्तर अक्षांश के समांतर गुजर रही है। मॉनसून ट्रफ (Monsoon Trough) बीकानेर, अजमेर से होते हुए निम्न दाब क्षेत्र से आगे डाल्टनगंज और जमशेदपुर से लेकर त्रिपुरा तक विस्तृत है।
मौसम विभाग के (MP Weather Update) के अनुसार, अपतटीय ट्रफ कर्नाटक तट से केरल तट के समांतर सक्रिय है। जबकि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) मध्य क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप 65 डिग्री पूर्व देशांतर के सहारे 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में अवस्थित है। 28 जुलाई के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी में अन्य निम्न दाब क्षेत्र विकसित होने की संभावना बनी हुई है।
नदी-नाले उफान पर, बांधों के गेट खोले
पिछले 24 घंटे में 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। इससे भोपाल के कोलार, केरवा डैम और बड़ा तालाब में जलस्तर बढ़ गया है। मंदसौर की शिवना नदी उफान पर आने से भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर की छोटी पुलिया जलमग्न हो गई है। वही रतलाम, मंदसौर, नीमच व राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में अच्छी बरसात के चलते गांधीसागर बांध का जलस्तर 1290.90 फ़ीट पर पहुंच गया है। राजगढ़ में रविवार को आगर- मुंबई हाईवे डूब गया वही कई थाने में भी पानी भर गया।आगर मालवा में प्राचीन मोतीसागर बड़ातालाब, बैजनाथ महादेव मंदिर परिसर से निकली बाणगंगा नदी भी लबालब हो गई है।
इन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग (MP Weather Cloud) की मानें तो ग्वालियर, चंबल संभाग के साथ राजगढ़, आगर, नीमच, मंदसौर और टीकमगढ जिलों में अति भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।इसके साथ ही बिजली गिरने और चमकने के भी आसार है।