रीवा/सतना, कटनी/ उमरिया। महाकोशल- विंध्य में मंगलवार से बारिश का दौर बुधवार को भी जारी रहा। लेकिन विंध्य के रीवा और सतना में बाढ़ के हालात हो गए हैं। दोनों जिलों की सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रीवा जिले दो दर्जन गांवों का जिले से संपर्क कट गया है। सौ से अधिक गांवों की बिजली गुल हो गई है। शहर में कालोनियों में पानी भर गया है।
इसी तरह सतना में कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हालांकि जिले में स्थिति अभी पूरी तरह से कंट्रोल मेें है। लेकिन इसके बाद भी कई जगह कच्चे मकान ढहने, पुल-पुलिया धंसने तथा सड़क मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं। बाढ़ के हालात से निपटने के लिये कलेक्टर नरेश पाल द्वारा सभी ब्लॉकों में कंट्रोल रूम की स्थापना कराई गई है, वहींं जिला मुख्यालय में भी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिले में शाम 5 बजे तक 84.6 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी थी। इसमें रामनगर, रघुराजनगर तथा रामपुर बाघेलान में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। कलेक्टर नरेश पाल के अनुसार अभी तक कहीं से भी जनहानि की सूचना नहीं मिली है।
रीवा की नदियां खतरे के निशान के ऊपर
जिले के तराई अंचल ने टमस ने बकिया बराज से 786 क्यूमेक्स, बीहर बराज से 541 क्यूमेक्स और टीएचपी से 200 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। अदवा डैम से बेलन नदीमें 1400 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है जिसके कारण टमस व बेलन का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। वहीं स्थिति चिंता जनक है। शहर के 9 मोहल्लों में पानी भर जाने के कारण जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त है। हिदायत के तौर पर ननि ने निचली बस्तियों में एलाउंस कराकर सचेत रहने की चेतावनी जारी की है। विगत तीन दिनों अब तक 329 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो कि पिछले नौ वर्षों का रिकार्ड रहा है।
चित्रकूट में डूबी दुकानें
चित्रकूट में बहने वाली मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ने से रामघाट, भरतघाट ,समेत सभी घाटों पर पानी भर गया। सीढ़ियों तक पानी भर गया और नदी के तट पर बनी दुकानों में पानी घुस गया। जिसकी वजह से दुकानदारों ने अपना सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों पर रख लिया है। जिनका थोड़ा बहुत सामान बचा है वो धीरे-धीरे पानी में डूबता जा रहा है। इधर बारिश के बावजूद चित्रकूट में आने वाले श्रृद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।
उचेहरा के पास पुलिया धंसी
बारिश की वजह से कई सड़क मार्गो की मिट्टी बह जाने से पुल-पुलिया धंस गए। जिसमें बुधवार की सुबह सतना से उचेहरा के बीच बारहा तिराहे पर बनी पुलिया भी धंस गई। हांलांकि पुलिया का एक हिस्सा बच जानेे की वजह से वाहनों का आना-जाना जारी रहा। लेकिन वाहन चालकों के लिये खतरा खतरा बना हुआ है। बारिश अभी भी लगातार जारी है ऐसे में पुलिया का बाकी भाग कभ्ाी भी धंस सकता है। लेकिन प्रश्ाासन द्वारा वाहनों के सुरक्षित आवागमन के लिये यहां इंतजाम नहीं किए गए।
स्कूलों की रही छुट्टी
बारिश की वजह से स्कूलों में न तो बच्चे पहुंचे और न ही टीचर पहुंच सके। जिलेे की लगभग ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दिया। सीबीएससी स्कूलों ने भी कक्षा 1 से 5 तथा कक्षा 1 से 8 तक की छुट्टी कर दी थी। ऐसा ही कुछ हाल सरकारी स्कूलों का रहा जहां अघोषित रूप से छुट्टी मनाई गई।
कमिश्नर ने ली जानकारी
विंध्य क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद लगातार आ रही खबरों को गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर एसके पाल ने सतना कलेक्टर से फोन पर हालात की जानकारी ली। जिसमें कलेक्टर नरेश पाल ने अवगत कराया कि अभी बाढ़ जैसे हालात कहीं भी नहीं है। हालांकि कुछ कालोनियों में पानी भर गया है जो जल्द ही निकल जायेगा। जिले में कहीं भी जनहानि की कोई सूचना नहीं है। जिसपर कमिश्नर ने पूरी तरह से सतर्क रहने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने बताया कि सभी ब्लॉकों में एसडीएम व अन्य राजस्व अमला तैनात है और स्थितियों पर नजर बनाये हुए हैं।
इनका कहना है
लगातार पानी गिर रहा है, जिससे बाढ़ के हालात निर्मित हुए हैं। लगातार बाढ़ के हालात पर नजर रखी जा रही है। हालात चिंताजनक किन्तु नियंत्रण पर है।
प्रीति मैथिल, कलेक्टर रीवा