मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना बिहार से गिरफ्तार

मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना बिहार से गिरफ्तार

देश के नामचीन मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर छात्रों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना को भोपाल एसटीएफ ने बिहार से दबोच लिया है। उसने छात्रों से ठगी करने के लिए कर्नाटक एजुकेशन कंसल्टेंसी, कर्तविती सर्विसेज नाम से फर्म भी खोल रखी थी। एसटीएफ के पास अभी तक 34 छात्र शिकायत कर चुके हैं। इनमें 15 विद्यार्थी मध्य प्रदेश के हैं। गिरोह 200 से अधिक छात्रों से धोखाधड़ी कर चुका।

एसटीएफ डीएसपी केतन अडलक ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के नाम पर ठगी करने के आरोप में पूर्व में संदीप करवरिया और दीपक कुमार को गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ में गिरोह के सरगना केके उर्फ कृष्णकांत शर्मा का नाम सामने आया था। मुखबिर से मिली जानकारी के बाद एसटीएफ ने उर्जा नगर दानापुर, बिहार निवासी कृष्णकांत शर्मा उर्फ केके और उसके साथी आगरा निवासी अजीत प्रतापसिंह को गिरफ्तार किया गया है। केके के साथ अपराध में उसका सहयोग करने वाले आगरा निवासी अजीत प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। वह कर्नाटक में केके गौड़ा के नाम से ठगी करता था।

पुलिस जांच में सामने आया कि केके का गिरोह मेडिकल यूजी, पीजी कोर्सों में एक छात्र से 60 लाख से डेढ़ करोड़ रुपये तक का कमीशन लेकर मैनेजमेंट कोटे से मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश कराए हैं। पुलिस को केके के माध्यस से 15 छात्रों द्वारा विभिन्ना कॉलेजों में प्रवेश लेने की जानकारी मिली है। इनमें किम्स मेडिकल कॉलेज बेंगलुरू, दत्तामेघे मेडिकल कॉलेज नागपुर आदि शामिल है।

पूछताछ में पता चला कि गिरोह छात्रों की जानकारी रखने वाली वेबसाइट से डाटा खरीदता था। इसके बाद छात्रों से फोन पर संपर्क कर उन्हें प्रवेश दिलाने का झांसा दिया जाता था। इसके लिए दिल्ली में एक कॉल सेंटर भी खोला गया था। यह गैंग वर्ष-2013 से इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा है। छात्रों में भरोसा दिलाने के लिए ये लोग मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नाम से बल्क मैसेज भेजते थे। एडमिशन के नाम पर छात्रों से 80 फीसद राशि नगद ली जाती थी। गिरोह मप्र के अलावा उप्र, महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक, झारखंड और दिल्ली में कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है।

 

रीवा के प्रतीक मिश्रा की शिकायत पर पकड़ाया था गिरोह

गिरोह के लोगों ने रीवा निवासी प्रतीक मिश्रा से भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश कराने का झांसा देकर 36 लाख की ठगी की थी। उसे एमसीआइ के सेंट्रल पूल कोटे से प्रवेश दिलाने का झांसा दिया था। एडमिशन नहीं होने पर प्रतीक ने शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के बाद यह गिरोह पकड़ में आया है।

इन कॉलेजों में प्रवेश कराने का देते थे झांसा

 

 

 

भोपाल के बंसल, भाभा, राधारमन, आइईएस, एलएनसीटी, आरकेडीएफ, और पीपुल्स इंजीनियरिंग कॉलेज, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज, एलएन मेडिकल कॉलेज में भी दाखिले के नाम पर कई छात्रों से धोखाधड़ी की गई। इसी तरह कीम्स मेडिकल कॉलेज बेंगलुरू, सुभैया मेडिकल कॉलेज कर्नाटक, आइपीजीएमआर कोलकाता, लोकमान्य तिलक मेडिकल कॉलेज मुंबई में भी एमबीबीएस और बीएएमएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर लाखों रुपये हड़पे गए हैं

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