उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के राप्तीनगर में रहने वाले रेलवे के एक बड़े अधिकारी के बेटे की बीते दो मई को शादी थी। शादी धूमधाम से हुई। दुल्हन के परिवार वालों ने विधि विधान से स्वागत किया। लेकिन चंद घंटों बाद ही दूल्हे के साथ दुल्हन में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने लगे। जहां जोड़ा हनीमून मनाने की तैयारी में था, वहां कोरोना की मार ने उन्हें होम आइसोलेशन के लिए मजबूर कर दिया।
ऐसी दुख भरी दास्तान सिर्फ इसी परिवार के साथ नहीं है। तमाम ऐसे परिवार हैं, जहां चंद दिनों पहले शहनाई की गूंज थी, वहां ऑक्सीजन और दवाओं के लिए भागमभाग दिख रही है। गीडा क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित उद्यमी के घर भी पिछले दो मई को शादी थी। शादी में शामिल हुए अमेरिका से आए चचेरे भाई के साथ परिवार के आधा दर्जन लोग संक्रमित हो गए हैं। अमेरिका में रहने वाला भाई इस समय शहर के निजी अस्पताल में कोरोना से जिंदगी की जंग लड़ रहा है। इसी तरह असुरन पर दवा के दुकानदार के घर में भी अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शादी थी। शादी के बाद वर-वधू पक्ष को मिलाकर दर्जन भर लोग कोरोना संक्रमण से गम्भीर हैं।
10 दिन में तीन मौतों के बीच बजी शहनाई
बिछिया कैंप में एक परिवार में अप्रैल के तीसरे सप्ताह में शादी थी। शादी की रस्मों के बीच परिवार में तीन मौतें हुईं। जिसमें लड़की की दादी के साथ बड़ी मां और बड़े पापा की मौत हो गई। परिवार वाले शादी को इस दलील से सही ठहरा रहे हैं कि लड़के वाले नाराज हो जाते तो लड़की की जिंदगी बर्बाद हो जाती। फिर कौन शादी करता।