एसडीएमसी ने एक बयान में कहा कि शेष 11 शौचालयों को आंशिक रूप से पिंक टॉयलेट्स में बदला जा रहा है। नेपकिंस वेंडिंग मशीनों से 5 रुपए की सब्सिडी दर पर आसानी से सैनेटरी पैड्स मिल सकेंगे। उपयोग किए गए नैपकिन को खत्म करने के लिए शौ
चालयों में इंकिनेटर मशीनें भी लगाई जा रही हैं। यह शौचालयों के आस-पास और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था। पिंक टॉयलेट्स को महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल देने के उद्देश्य से विकसित किया गया था। यहां बच्चों को स्तनपान कराने के लिए और कपड़े बदलने के लिए परिसर में जगह है। इन टॉयलेट्स में सुरक्षा की व्यवस्था के साथ ही, बिजली, पानी और उचित देखरेख की जाती है।
नगर निकाय ने कहा कि पिंक टॉयलेट्स वर्तमान में पीवीआर विकासपुरी, लाजपत नगर और जीके पार्ट-1 के बाजारों में चल रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रहे पखवाड़े के दौरान स्वच्छता के हिस्से के रूप में वेंडिंग मशीनों को चालू किया गया है। एसडीएमसी ने यह भी कहा कि प्लास्टिक के बैग को हटाने के लिए एक ड्राइव सभी चार जोन में चल रही है। बयान में कहा गया है कि ड्राइव के पहले नौ दिनों के दौरान करीब 700 किलो प्लास्टिक बैग जब्त किए गए हैं।