भोपाल। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के सतपुड़ा भवन भोपाल में पदस्थ प्रभारी कार्यपालन यंत्री ऋषभ कुमार जैन को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने तीन लाख स्र्पये की रिश्वत लेते पकड़ा है। यह कार्रवाई जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने भोपाल में की है। जैन के भोपाल स्थित घर और बैंक लॉकर की भी जांच की गई। घर से सोने की ईंट मिली है। बैंक लॉकर से भी सोने के जेवर और जमीनों के दस्तावेज मिले हैं। कार्रवाई मंगलवार सुबह करीब आठ बजे भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के बाहर की गई।
सिवनी जिला अस्पताल में भवन मरम्मत व उन्नयन का कार्य करने वाले जबलपुर निवासी ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा से बिल भुगतान के एवज में जैन ने तीन लाख की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत लेने के लिए जैन ने चंद्रभान को भोपाल बुलाया था। लोकायुक्त टीम ने रिश्वत में दो लाख रुपये नकद व एक लाख का चेक लेते हुए जैन को पकड़ लिया। बाद में लोकायुक्त जबलपुर और भोपाल की टीमें जैन के भोपाल स्थित घर पर पहुंची। चाणक्यपुरी स्थित घर से 80400 नकद बरामद किए गए। इसके अलावा सोने की ईंट मिली।
जानकारी के अनुसार, इसका वजन 950 से एक किलोग्राम के बीच है। यह ईंट पुश्तैनी संपत्ति की नहीं है, इसे हाल ही में खरीदा गया है। इसकी खरीद 48 लाख रुपये प्रतिकिलो के भाव से की गई थी। भोपाल लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) संजय जैन ने बताया कि घर से 200 ग्राम सोने के जेवर भी मिले हैं। टीम ने जैन का बैंक लॉकर भी खोला है। इसमें से 750 ग्राम के सोने जेवर मिले हैं। इसके संबंध में पूछताछ की जा रही है। जैन के ठिकानों से दो मकान और खेती की जमीन के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। यह जमीनों का अनुबंध जैन ने कर रखा था। सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई के दौरान जैन ने यह भी कहा कि रिश्वत की राशि वह उसी अनुसार ले रहे थे, जैसा सिस्टम है।
यह है मामला
जबलपुर लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि साईं विहार कॉलोनी सुहागी अधारताल निवासी चंद्रभान विश्वकर्मा ठेकेदार हैं। उन्होंने जिला अस्पताल सिवनी में सुधारात्मक निर्माण कार्य (सिविल और इलेक्ट्रिकल) का ठेका लिया था। करीब 44 लाख के निर्माण कार्य के बदले उन्हें विभाग द्वारा 35 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका था। अंतिम बिल भुगतान के लिए उनसे जैन ने तीन लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत दिए बगैर लंबित बिल का भुगतान करने से जैन ने इन्कार कर दिया था। इसके बाद चंद्रभान विश्वकर्मा ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा से शिकायत की।
सड़क मार्ग से भोपाल पहुंची ट्रैप टीम
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी दिलीप झरबड़े, निरीक्षक स्वप्निल दास, कमल सिंह उइके, नरेश बेहरा, भूपेंद्र दीवान, आरक्षक दिनेश दुबे, अमित मंडल, जीत सिंह की टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्य सोमवार देर शाम सड़क मार्ग से भोपाल के लिए रवाना हुए। इधर, ठेकेदार चंद्रभान भी सोमवार को भोपाल के लिए रवाना हुए थे। मंगलवार सुबह लोकायुक्त टीम ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन के बाहर जाल बिछाया। वहां पहुंचे जैन को ठेकेदार विश्वकर्मा ने जैसे ही रिश्वत में तीन लाख (दो लाख नकद व एक लाख रुपये का चेक) रुपये दिए, लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया।
इनका कहना है
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रभारी कार्यपालन यंत्री के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत प्राप्त हुई थी। लोकायुक्त टीम ने तीन लाख रुपये रिश्वत लेते हुए उसे भोपाल में पकड़ा है। आय से अधिक संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है। भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
अनिल विश्वकर्मा, पुलिस अधीक्षक, जबलपुर लोकायुक्त